Ghatshila : नक्सलियों के शहीद सप्ताह को लेकर घाटशिला के बीहड़ों में नक्सलियों के खिलाफ जिला पुलिस और सीआरपीएफ की 193वीं बटालियन ने संयुक्त रूप से अभियान चलाया. अभियान का नेतृत्व एसडीपीओ कुलदीप टोप्पो कर रहे थे. घाटशिला के बीहड़ों में बुधवार की शाम से गुरुवार की सुबह तक नक्सलियों के खिलाफ छापामारी की गई. गौरतलब है कि माओवादी का शहीद सप्ताह 28 जुलाई से तीन अगस्त तक है. इस दौरान नक्सली मारे गए साथियों को बीहड़ों में श्रद्धांजलि देते हैं. इसके अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रम और क्रांतिकारी गीत संगीत का आयोजन भी करते हैं. हालांकि कुछ वर्षों से पुलिस की सक्रियता बढ़ने से घाटशिलाअनुमंडल क्षेत्र में नक्सली शहीद सप्ताह नहीं मना पा रहे हैं. एसडीपीओ कुलदीप टोप्पो ने कहा कि झारखंड और बंगाल के सीमावर्ती बीहड़ों में नक्सलियों के विरुद्ध लगातार छापामारी जारी है.
घाटशिला, धालभूमगढ़, चाकुलिया, एमजीएम, गालूडीह में हैं 15-16 सशस्त्र नक्सली
झारखंड बंगाल सीमा से सटे धालभूमगढ़, चाकुलिया, एमजीएम, गालूडीह, घाटशिला, क्षेत्र के बीहड़ों में प्रमुख नक्सली असीम मंडल उर्फ आकाश उर्फ राकेश के नेतृत्व 15 से 16 सशस्त्र नक्सली हैं. इसमें सचिन, मदन महतो, मीता, श्याम सिंकू, सागर सिंह आदि शामिल हैं. नक्सलियों के बारे में पुलिस के पास कोई सुराग नहीं है. नक्सली अब गांव में नहीं आते हैं. बीहड़ के रास्ते होकर निकल जाते हैं.
एक करोड़ रुपए के इनामी नक्सली असीम मंडल के छत्तीसगढ़ जाने की सूचना
एक करोड़ रुपए के इनामी प्रमुख नक्सली नेता असीम मंडल उर्फ आकाश उर्फ राकेश के छत्तीसगढ़ के दंडकारण्य चले जाने की सूचना मिल रही है. इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है. सूत्रों के मुताबिक वह अक्सर बीमार भी रहता है. इससे उसका बीहड़ों में सुरक्षित रहना अब नामुमकिन है. यही कारण है कि सीपीआई (माओवादी) केंद्रीय कमेटी ने उसे छत्तीसगढ़ बुला लिया है. काफी महीनों से उसे इस इलाके के बीहड़ों में भी नहीं देखा गया है.