Ghatshila (Rajesh Chowbey) : धालभूमगढ़ एयरपोर्ट निर्माण को लेकर प्रखंड प्रशासन रेस है. एक तरफ देवसोल एवं बुरुडीह के ग्रामीण एयरपोर्ट निर्माण का विरोध कर रहे हैं तो दूसरी ओर प्रशासनिक पदाधिकारी एयरपोर्ट निर्माण की सारी विसंगतियों को दूर करने के लिए जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर रहे हैं. शुक्रवार को अंचलाधिकारी सदानंद महतो, अंचल अमीन और कर्मचारियों के साथ एयरपोर्ट निर्माण की जानकारी देने के लिए धालभूमगढ़ एयरपोर्ट पहुंचे. वहां पार्षद हेमंत मुंडा, प्रमुख देवला हांसदा, मुखिया विलासी सिंह, चितरंजन सिंह, पायो हेम्ब्रम, पंसस प्रदीप कुमार राय भी पहुंचे. सीओ ने उन्हें बताया कि धालभूमगढ़ एयरपोर्ट का निर्माण 248 एकड़ वन भूमि पर हो रहा है. किसी भी रयैतदार की एक इंच भी जमीन एयरपोर्ट निर्माण में नहीं जा रही है.
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एप्रोच सड़क भी झारखंड सरकार की जमीन पर ही बना है. वन भूमि के 248 एकड़ जमीन के नक्शा के साथ अमीन जनप्रतिनिधियों को सीमांकन की जानकारी दी. अंचलाधिकारी ने जनप्रतिनिधियों को बताया कि एयरपोर्ट निर्माण वन विभाग की जमीन पर हो रहा है. एयरपोर्ट स्थित देवस्थल काला पत्थर पहाड़ को पूजा पाठ के लिए छोड़ दिया जा रहा है. इसके बाद भी देवसोल बुरुडीह के ग्रामीण विरोध कर रहे हैं, जो समझ से परे है. उन्होंने जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया कि उक्त गांव में जाकर ग्राम प्रधान और ग्रामीणों के साथ बैठक कर निर्माण की सही स्थिति की जानकारी दें एवं समझाएं. अंचलाधिकारी सदानंद महतो ने कहा कि प्रखंड की एक टीम दोनों गांव में जाकर बैठक कर ग्रामीणों की गलतफहमी को दूर करेगी.