NewDelhi : जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाया जाना मेरे लिए अचंभा और अनहोनी घठना है. मुझे पता था कि अगर कभी हुआ तो वह भाजपा सरकार ही करेगी, लेकिन अभी इसकी उम्मीद बिल्कुल नहीं थी. यह बात कांग्रेस के दिग्गज नेता गुलाम नबी आजाद ने कही. उन्होंने जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाये जाने पर पूछे गये एक सवाल के जवाब में यह कहा.
उन्होंने कहा कि आर्टिकल 370 हटाने जैसा बड़ा कदम उठाने की उम्मीद मोदी सरकार से नहीं की थी. आजाद ने एक न्यूज चैनल को दिये इंटरव्यू में यह भी कहा कि गांधी परिवार और कांग्रेस को एक-दूसरे से अलग नहीं किया जा सकता और गांधी परिवार से इतर कांग्रेस का कोई भविष्य भी नहीं है.
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मैं जिंदगी में नहीं सोच सकता था कि…
राज्यसभा में प्रधानमंत्री मोदी की तरफ से की गई तारीफ के बाद आकर्षण का केंद्र बने गुलाम नबी आजाद ने जम्मू कश्मीर के बारे में कहा, मैं जिंदगी में नहीं सोच सकता था कि जम्मू कश्मीर को यूटी (केंद्रशासित प्रदेश) बना दिया जायेगा. जब उनसे पूछा गया कि आखिर मोदी सरकार ने ऐसा क्यों किया होगा, कहा कि यह एक खास राज्य को नीचा दिखाने के लिए किया गया है. किसी खास राज्य को बेइज्जत करने की, नीचा दिखाने की कोशिश है. दावा किया कि जम्मू कश्मीर को जब तक राज्य का दर्जा वापस नहीं दिया , तब तक राजनीतिक स्थिरता नहीं आ सकती.
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कांग्रेस और गांधी परिवार अलग नहीं
सोनिया गांधी 18 सालों से पार्टी को लीड कर रही हैं? गुलाम नबी ने कहा, आज अगर गांधी परिवार को हटाकर दूसरे को (कांग्रेस अध्यक्ष) बना देंगे तो भी काम नहीं बनने वाला. जब तक हर लेवल पर पार्टी को मजबूत नहीं करेंगे तब तक नहीं होगा और ये सब चुनावों से ही हो सकता है.उन्होंने कहा, कांग्रेस और गांधी परिवार एक-दूसरे के पूरक हैं. दोनों को अलग नहीं किया जा सकता. जितनी पुरानी कांग्रेस है, उसे थोड़ा कम ही गांधी परिवार है.
उनकी कुर्बानी को भी अलग नहीं किया जा सकता. जवाहर लाल और मोती लाल नेहरू की कुर्बानी को भी अलग नहीं किया जा सकता. इतने संपन्न थे, वो भी त्याग दिया. इंदिरा और राजीव गांधी शहीद हुए, उनको भी आप भुला नहीं सकते. मिसेज (सोनिया) गांधी जीतीं और हमारी पार्ल्यामेंट्री पार्टी ने उन्हें इलेक्ट किया, फिर भी कहा कि मैं (प्रधानमंत्री) नहीं बनूंगी.
पीएम मोदी के रोने पर कहा
राज्यसभा में गुलाम नबी आजाद के लिए विई भाषण देते समय प्रधानमंत्री मोदी की आंखों में आये आंसु के बारे में उन्होंने कहा कि इसका संबंध एक घटना से है. आजाद ने कहा, जब प्रधानमंत्री की आंखों में आंसू आये और बाद में मैं भी रोया, उसका एक घटना से संबंध था. मैंने गुजरात के पर्यटकों पर आतंकी हमले की सूचना तब के गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी को रोते-रोते दी थी. उन्होंने कहा, पीएम मोदी बताना चाहते थे कि गुलाम नबी आजाद का एक पहलू यह है कि हमारे साथ लड़ाई करता है, लेकिन दूसरा पहलू यह भी है कि गुजरात के पर्यटक मारे गये तो वह रो रहा था.
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क्या कांग्रेस के अंदर उनकी छवि खराब नहीं होगी?
इस वाकये के बाद क्या कांग्रेस के अंदर उनकी छवि खराब नहीं होगी, क्या उनका नुकसान नहीं हो जायेगा तो उन्होंने कहा, मुझे इसकी परवाह नहीं कि इससे नुकसान होगा कि फायदा होगा. मैंने देखा है इंदिरा गांधी की अटल जी की तारीफ करते हुए, अटल जी की इंदिरा जी की तारीफ करते हुए, अटल जी की संजय गांधी की तारीफ करते हुए. संजय गांधी ने अटल जी के खिलाफ कितना कुछ बोला और अटल जी ने संजय गांधी के फेवर में बोला- ये सब देखा है. उन्होंने कहा कि आज बौने कद के नेता इन बातों को नहीं समझ पाते हैं.
मोदी ने न्योता तो नहीं दिया?
पूछे जाने पर कि क्या मोदी जी आपको न्योता दे रहे थे? आजाद ने कहा, मोदी जी जानते हैं कि मैं पक्का कांग्रेसी हूं और मैं भी जानता हूं कि वो पक्के भाजपाई हैं. उनको मालूम है कि मैं बीजेपी में नहीं जाऊंगा और मुझे भी मालूम है कि वो कांग्रेस में नहीं आयेंगे. मोदी सरकार के बारे में अपनी राय रखते हुए उन्होंने कहा, “इन्फ्रास्ट्रक्चर डिवेलपमेंट हो रहा है, एलिनेशन (अलगाव) जो हो रहा है, इन्हें इससे बचना होगा, माइनॉरिटी एलिनेटेड फील (अलग-थलग हुआ महसूस) कर रहे हैं, किसान एलिनेटेड फील कर रहे हैं. सबका साथ, सबका विकास के अजेंडे को व्याहवारिक स्तर पर लागू करना जरूरी है