Giridih : तीसरी प्रखंड के डूबा गांव के एक दलित परिवार की सुधि लेने वाला कोई नहीं है. परिवार अब तक सरकारी सुविधाओं से पूरी तरह वंचित है. परिवार को अब तक ना पेंशन, ना राशन कार्ड और ना ही आवास की सुविधा मिली है. 12 सदस्यों वाला यह परिवार एक जो झोपड़ीनुमा आवास में रहने को मजबूर है. परिवार में एकमात्र कमाऊ व्यक्ति है. घर के मुखिया सुखदेव तूरी लकवाग्रस्त हैं.
आवास, पेंशन और राशन के लिए दर-दर भटकने के बाद भी कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई. परिवार की कुंती देवी ने बताया कि कोरोना काल में डीलर ने राशन कार्ड बनाने के नाम पर पांच सौ रूपये ठग लिया, लेकिन अब तक राशन कार्ड नहीं बनाया गया. कुंती देवी ने बताया कि आवास के लिए वह कई बार पंचायत के मुखिया के पास गई. शेक डाटा में नाम रहने के बावजूद भी आवास आवंटित नहीं हुआ.
तीसरी प्रखंड के प्रमुख राजकुमार यादव ने कहा कि उन्हें आज ही मामले की जानकारी मिली है. तत्काल इस दिशा में पहल कर कुंती देवी को आवास, राशन कार्ड व पेंशन की व्यवस्था की जाएगी. उन्होंने मुखिया से भी ऐसे मामले को प्राथमिकता के आधार पर लेने की अपील की.
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