Silas Singh
Giridih : मानसून की दगाबाजी से इस साल ज़िले में लक्ष्य के अनुरूप धान की रोपनी नहीं हो सकी. लेकिन भादो में हुई चंद दिनों की अच्छी बारिश से कई खेतों में धान के पौधे लहलहाने लगे हैं. जिले में जून महीने का सामान्य वर्षापात 144.2 मिलीमीटर है. जबकि इस साल जून में मात्र 92.8 मिलीमीटर ही बारिश हुई. जुलाई में 297.9 की जगह मात्र 96.6 मिलीमीटर बारिश हुई. सबसे ज्यादा धनरोपनी जुलाई महीने में होती है और इसी महीने बहुत कम बारिश हुई. लिहाज़ा धनरोपनी नहीं हो सकी.
जिले में 88 हेक्टेयर की जगह मात्र 16 हजार 364 हेक्टेयर में धान का आच्छादन हो सका. जिले में 18.6 प्रतिशत धानरोपनी हुई. 20 अगस्त के बाद कुछ अच्छी बारिश हुई. सितंबर में अब तक 90.2 मिलीमीटर बारिश हुई. जिससे खेत में लगे धान बच गए.
किसान नयी पद्धति से खेती करें – सुरेंद्र सिंह
जिला कृषि पदाधिकारी सुरेंद्र सिंह ने किसानों को नयी पद्धति से खेती करने की सलाह दी है. कहा कि समेकित कृषि प्रणाली अपनाने से कम लागत में अधिक उपज पाया जा सकता है. ठीक इसी प्रकार सिंचाई की सूक्ष्म पद्धति अपनाने से कम पानी में अधिक उपज पाया जा सकता है. कहा कि जो किसान धनरोपनी नहीं कर पाये, वे मोटे अनाज की खेती करें. वे अपनी सुविधानुसार मक्का, ज्वार, बाजरा और मडुआ की खेती कर सकते हैं.
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