Giridih : भाजपा विधायक दल के नेता व पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी एक बार फिर ढिबरा को लेकर आर-पार की लड़ाई के मूड में दिख रहे हैं. तीसरी पंचायत भवन में 26 अक्टूबर को प्रेस-कॉन्फ्रेंस करते हुए बाबूलाल मरांडी ने 12 नवंबर को तीसरी में आयोजित जोरदार रैली को लेकर हुंकार भरी. मरांडी ने कहा कि तीसरी और गांवा में जीविकोपार्जन का एकमात्र साधन ढिबरा है. वन क्षेत्र से बाहर होने के बावजूद वन विभाग गरीबों को तंग कर रहा है.
वन विभाग नहीं सुधरा तो अधिकारियों को घुसने नहीं देंगे
जंगल से बाहर निकलने वाले ढिबरा को बेचकर इतनी बड़ी आबादी की जीविका चलती है. उस पर भी विभाग द्वारा लोगों को तंग करना, प्रशासन द्वारा घरों में घुसकर लोगों को गिरफ्तार किया जाना, गंभीर मामला है. वन विभाग से बाहर के खदानों को लीज दे देनी चाहिए. उन्होंने कहा कि गांव-गांव में बनने वाली सड़कों को भी वन विभाग ने अटका कर रखा है. डूमरजार से गड़ीसाको तक प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से 7 किलोमीटर लंबी सड़क बननी है, पर वन भूमि का हवाला देकर उसे भी विभाग ने अटका रखा है. जबकि सड़क बनने से उन्हें भी वन रक्षा में सुविधा होगी. उन्होंने कहा कि 12 नवंबर की रैली के बाद भी वन विभाग नहीं सुधरा तो इस क्षेत्र में लोग डंडा लेकर खड़े रहेंगे और विभाग के अधिकारियों को क्षेत्र में घुसने नहीं देंगे.
थाने की भी हो रही नीलामी तो जनता कैसे रहेगी सुरक्षित
हेमंत सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पूरे राज्य में लूट और भ्रष्टाचार मचा हुआ है. कानून व्यवस्था बदतर हो चुकी है. लोग सुरक्षित नहीं हैं. सबसे ज्यादा प्रभावित महिलाएं और कमजोर तबके के लोग हैं. कहा कि इस सरकार में थाने की भी नीलामी हो रही है, तो लोग अपने आप को कैसे सुरक्षित महसूस करें. उन्होंने कहा कि विभिन्न मुद्दों को लेकर राजधनवार, तीसरी और गांवा में रैली आयोजित की जाएगी. इस सरकार को ही हटा कर दम लेंगे. मौके पर भाजपा जिला अध्यक्ष महादेव दुबे, चुन्नू कांत आदि मौजूद थे.
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