Abhay Verma
Giridih : असाध्य रोग से ग्रस्त मरीजों के लिए मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी उपचार योजना कारगर है. राज्य सरकार इस योजना के तहत मिलने वाली आर्थिक सहायता का दायरा 2.5 से बढ़ाकर 5 लाख कर चुकी है. संभावना है कि राशि को जल्द बढ़ाकर 5 से 10 लाख किया जाएगा. इस योजना की लाभ उठाने की जटिल प्रक्रिया के कारण कई लोग इसका फायदा नहीं उठा पाते. आयुष्मान योजना लागू होने के बाद इस योजना के तहत कैंसर, किडनी और लीवर के गंभीर मरीजों समेत एसिड अटैक पीड़ितों को इलाज के लिए आर्थिक सहायता दी जाती है. एसिड अटैक में रकम की कोई सीमा निर्धारित नहीं है.
रकम सीधे संबंधित अस्पताल को भेजी जाती है
योजना की राशि मरीजों को नहीं देकर सीधे संबंधित अस्पताल को भेजी जाती है. मरीजों या परिजनों को सूचीबद्ध अस्पतालों में खर्च होने वाली राशि का ब्यौरा सिविल सर्जन कार्यालय में आवेदन के साथ जमा देना होता है. जिलास्तरीय समिति की स्वीकृति के बाद राशि संबंधित अस्पतालों को भेज दी जाती है. मरीजों को सीधे राशि नहीं देने के पीछे वजह इसके गलत इस्तेमाल को रोकना है. सीधे राशि देने पर हो सकता है कुछ गड़बड़ी हो जाए. इस वजह से राशि अस्पतालों को भेजी जाती है.
आठ लाख से कम सालाना आय वाले को मिलता है लाभ
सिविल सर्जन डॉ. एसपी मिश्रा ने बताया कि 8 लाख से कम सालाना आय वाले मरीजों को इस योजना का लाभ मिलता है. इस योजना के तहत असाध्य रोगों जैसे कैंसर, किडनी प्रत्यारोपण, लीवर की गंभीर बीमारी समेत एसिड अटैक पीड़ित को चिकित्सा सहायता दी जाती है.