Suresh Singh
Giridih : 24 घंटे बिजली अब भी शहर के लोगों के लिए किसी सपने से कम नहीं. लोड शेडिंग झेल रहे गिरिडीह में ही अगर बिजली की बेवजह बर्बादी हो तो उसे आप क्या कहेंगे. गिरिडीह शहरी क्षेत्र में दिन के उजाले में स्ट्रीट लाइट रौशन रहते हैं. नगर निगम में कुल 36 वार्ड है. लगभग सभी वार्ड के चौक चौराहों पर स्ट्रीट लाइट लगाये गये हैं. रात को स्ट्रीट लाइट रौशन रहने से लोगों की परेशानी कम हुई. लेकिन शहर के कई हिस्सों में सारा दिन स्ट्रीट लाइटें जलती रहती है. बिजली की इस बर्बादी की जिम्मेवारी और जवाबदेही लेने वाला कोई नहीं.
जानकारी के अनुसार गिरिडीह जिले में बिजली की जितनी खपत है. आपूर्ति उससे कम हो रही है. जिसे लेकर दिन में कई बार लोड शेडिंग लिया जाता है. इससे जिले के उपभोक्ताओं को काफी परेशानी होती हैं. दिन में स्ट्रीट लाइट जलने से हो रही बिजली की बर्बादी को रोकने से लोड शेडिंग में कमी लाई जा सकती है.
भाजपा नेता सुरेंद्र बर्मन ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी बिजली की बर्बादी हो रही है. सैकड़ों घरों में एक-एक सौ वाट के बल्ब बिना स्विच के लगाये गये हैं. जिस कारण बिजली कटने पर ही बल्ब ऑफ होता है. वरना हमेशा जलता रहता है.
बिजली की बर्बादी दुर्भाग्यपूर्ण – डिप्टी मेयर
डिप्टी मेयर प्रकाश सेठ ने कहा कि नगर निगम क्षेत्र में बिजली की बर्बादी दुर्भाग्यपूर्ण है. इसे रोकने के लिए विभाग जवाबदेही तय करे. विभाग को स्ट्रीट लाइटों के संचालन की व्यवस्था करनी चाहिए.
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