Giridih : झालसा रांची के निर्देश पर तथा जिला एवं सत्र न्यायाधीश वीणा मिश्रा के मार्गदर्शन में 22 जनवरी को व्यवहार न्यायालय सभागार में पोक्सो एक्ट पर जिलास्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला में न्यायिक अधिकारियों के अलावा पुलिस पदाधिकारी, अधिवक्ता, चिकित्सक समेत अन्य विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया. कार्यशाला का उद्घाटन जिला एवं सत्र न्यायाधीश वीणा मिश्रा, प्रधान न्यायाधीश कुटुंब न्यायालय अरविंद कुमार पांडे, पुलिस अधीक्षक अमित रेणु, अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष प्रकाश सहाय व महासचिव चुन्नूकांत ने सामूहिक रूप से दीप प्रज्वलित कर किया.
कार्य़शाला को संबोधित करते हुए जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने कहा कि पोक्सो एक्ट लागू होने के 10 वर्षों बाद भी देश में छोटे बच्चों के प्रति अपराधों में कमी नहीं आ रही. लैंगिक अपराधों की रोकथाम के लिए कानून के साथ साथ सभी स्टेकहोल्डर को भी संवेदनशील होकर काम करना होगा. बच्चे देश के भविष्य हैं. स्थिति ऐसी है कि अभिभावक बच्चे को घर से बाहर भेजने में हिचकते हैं.
कुटुंब न्यायालय के न्यायाधीश अरिवंद पांडे ने कहा कि बच्चों के साथ अपराध होने पर अभिभावक खुलकर सामने आएं. सामने आने पर ही न्याय मिल सकेगा. पुलिस अधीक्षक अमित रेणु ने कहा कि लैंगिक अपराध मामले में गिरिडीह पुलिस संवेदनशील होकर काम करती है. अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष प्रकाश सहाय ने कहा कि बच्चों के प्रति बढ़ रहे लैंगिक अपराध समाज के लिए चिंता का विषय है. संघ के महासचिव चुन्नूकांत ने कहा कि समाज में निरंतर जागरूकता फैलाकर ऐसे अपराध को कम किया जा सकता है. प्राधिकार के सचिव सौरभ कुमार गौतम ने विक्टिम कंपनसेशन स्कीम के बारे में विस्तार से जानकारी दी. कहा कि लैंगिक अपराध होने पर तत्काल पुलिस व जिला विधिक सेवा प्राधिकार को सूचना दें.
यह भी पढ़ें : गिरिडीह : हेमंत सरकार को विकास नहीं अपनी तिजोरी भरने की चिंता- बाबूलाल