Giridih : नक्सलियों के झारखंड-बिहार बंद का असर गिरिडीह जिले में दिख रहा है. लंबी दूरी की वाहनों का परिचालन ठप है. गिरिडीह बस स्टैंड से कोलकाता, रांची, नवादा, भागलपुर, जमुई, पटना, बिहारशरीफ, गया, कोडरमा सहित कई जिलों की बसें प्रतिदिन चलती है. बंदी के कारण अधिकांश बसें स्टैंड में ही खड़ी है. इसके अलावा अन्य वाहनों का परिचालन भी ठप है. बसें समेत अन्य वाहन नहीं चलने से यात्री परेशान हैं. सप्ताह व्यापी बंदी के बाद 27 जनवरी को नक्सलियों ने बिहार-झारखंड बंद का आह्वान किया है.
सप्ताह व्यापी बंदी के बाद 27 जनवरी को बंद का आह्वान
इससे पूर्व के नक्सली बंदी में देखा जा चुका है कि यातायात व्यवस्था सामान्य रहती थी. बंद के बावजूद गिरिडीह बस स्टैंड से रांची समेत अन्य शहरों के लिए बसें खुलती थी. इस बार की बंदी का असर यातायात व्यवस्था पर पड़ा है. वाहन मालिकों में बंद को लेकर भय व्याप्त है. इसका वजह ये है कि सप्ताह व्यापी प्रतिरोध दिवस के दौरान नक्सलियों ने खुखरा और मधुबन थाना क्षेत्र में मोबाइल टावर को विस्फोट से उड़ा दिया. डुमरी थाना क्षेत्र में पुल और मुफस्सिल थाना क्षेत्र में वाटर सप्लाई के लिए लगे ट्रांसफार्मर भी उड़ा दिए.
26 जनवरी की आधी रात से बंद शुरू होते ही चिचाकी से चौधरीबांध के बीच रेलवे ट्रेक को विस्फोट कर उड़ा दिया गया. कुल मिलाकर प्रतिरोध दिवस के दौरान पांच घटनाओं को नक्सलियों ने अंजाम दिया. नक्सली जेल में बंद अपने शीर्ष नेता प्रशांत बोस और उसकी पत्नी शीला मरांडी को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने की मांग कर रहे हैं. इस वजह से प्रतिरोध दिवस और बंद का आह्वान किया है.