Giridih : कर्नाटक के मैसूर में आयोजित तीन दिवसीय किसान स्वराज सम्मेलन में गिरिडीह जिले के पांच किसान शामिल हुए. 11 से 13 नवंबर तक आयोजित स्वराज सम्मेलन में किसानों को जैविक खेती का प्रशिक्षण दिया गया.
मैसूर से प्रशिक्षण लेकर लौटे किसान भीम प्रसाद सिंह ने बताया कि सम्मेलन में प्रशिक्षकों ने जैविक खेती से उपज बढ़ाने की तकनीक बताई. जैविक खेती से जहां उपज में वृद्धि होती हैं, वहीं मिट्टी की उर्वरा शक्ति बनी रहती हैं. प्रशिक्षण में युवाओं को जैविक खेती के लिए प्रेरित करने को कहा गया. युवा खेती से जुड़ेंगे तो जैविक खेती रोज़गार का व्यापक ज़रिया बन सकता है. झारखंड के परिपेक्ष्य में बताया गया कि यहां की अधिकांश भूमि पर एक ही फसल उगाया जाता है. जबकि दूसरे राज्यों में एक वर्ष में कई तरह की फसलें उपजाई जाती है. गिरिडीह से भीम प्रसाद सिंह के अलावा प्रदुम्न दास, सोनिया देवी, अजीत कुमार और अंदिता सरकार प्रशिक्षण के लिए मैसूर गई थी.
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