Giridih : तिसरी प्रखंड मुख्यालय स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में नामांकन के नाम पर एक छात्रा के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है. छात्रा की पढ़ाई छूट गई है तथा वह परिजनों के साथ दर-दर भटकने को मजबूर है. तिसरी प्रखंड अंतर्गत खटको पंचायत के भोक्ताडीह गांव निवासी संजय यादव अपनी पुत्री पूनम कुमारी का नामांकन कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में दस हजार रुपए फीस देकर वर्ष 2021 में कराया गया था. विद्यालय की ओर से छात्रा को किताबें और बैग भी मिली. कोरोना काल में पढ़ाई ऑनलाइन होने लगी. पूनम को विद्यालय के ग्रुप में भई शामिल किया गया.
पिता का आरोप है कि विद्यालय खुलने के बाद पूनम हॉस्टल में रहने आई तो वार्डन अनुपस्थिति का हवाला देकर छात्रा का सामान रख लिया गया तथा अगले दिन आने को कहा गया. छात्रा हॉस्टल गई तो विद्यालय के गार्ड संजय सिन्हा ने नामांकन के नाम पर राशि की मांग की. पूर्व में नामांकन के वक्त दस हजार रुपए जमा लिया गया था.
इस संबध में पूछे जाने पर संजय सिन्हा ने बताया कि नामांकन के नाम पर किसी तरह की राशि नहीं ली गई. सारे आरोप बेबुनियाद है. 16 सितंबर को कांग्रेस के धनवार विधानसभा प्रभारी मगरूर आलम विद्यालय जाकर संजय सिन्हा से बातचीत की. गार्ड आरोप से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि मामले में वार्डन से पूछताछ की जानी चाहिए. मगरूर आलम ने वार्डन सीमा परवीन से बातचीत करने की कोशिश की, लेकिन वह बातचीत करने से इंकार कर गई. मगरूर आलम ने तिसरी प्रखंड के बीईईओ से फोन के जरिए बातचीत की. बीईईओ ने माना कि कुछ लोगों की मिलीभगत से नामांकन के नाम पर रुपए की वसूली की जा रही है. मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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