Giridih : तीसरी प्रखंड के अति उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र नोनफोरवा गांव में नदी में पुल नहीं रहने के कारण ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि पुल और सड़क नहीं रहने के कारण गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचाने में परेशानी होती है. रास्ता नहीं रहने के कारण उन्हें को खाट पर टांग कर सड़क तक ले जाया जाता है. इतना ही नहीं जब भी कोई बीमार पड़ता है सड़क और पुल के बिना स्पताल पहुंचना बड़ी चुनौती साबित होती है.
बरसात के दिनों में नदी में पानी आने से आवागमन को लेकर परेशानी खड़ी हो जाती है. मुखिया प्रतिनिधि मदन यादव ने कहा कि नदी में पुल बन जाए तो काफी हद तक राहत होगी. ग्रामीणों ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों से इस दिशा में पहल करने की मांग की है. कहा कि राज्य में विकास के तो कई दावे किए जा रहे हैं पर सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों को उसके हाल पर छोड़ दिया गया है.
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