Suresh Singh
Giridih : गिरिडीह नगर निगम क्षेत्र की कई सड़के मरम्मत के अभाव में काफी जर्जर हो गई है. सड़क पर जगह-जगह गड्ढ़े बन गये हैं. मामूली बारिश में सड़कें तालाब बन गई है. दुर्घटनाओं की आशंका से लोग परेशान हैं. और नगर निगम बेफिक्र.
न्यू बरडांगा से पुराना पुल बदहाल, बोडो से शशंकबेडा भी खस्ताहाल
न्यू बरगंड़ा से पुराना पुल और बोडो से शशंकबेडा तक की सड़क काफी जर्जर हो गई है. गड्ढ़ों पर सड़क है या सड़क पर गड्ढ़े. पता ही नहीं चलता. मामूली बारिश के बाद ही गड्ढ़ों के कारण सड़कें तालाब का रूप अख़्तियार कर चुकी हैं. हालत ऐसी कि लोग धानरोपनी भी कर सकते हैं. शहर के लोग तो परेशान हैं हीं. ग्रामीण इलाकों से शहर आने वाले लोगों को भी हिचकोले खाने को मजबूर होना पड़ रहा है. इसी सड़क के आसपास कई स्कूल और कॉलेज हैं. जिसके कारण छात्रों को भी सड़क की बदहाली का दंश झेलना पड़ रहा है. आए दिन छोटी-बड़ी दुर्घटनाओं से लोगों का सामना होता रहता है.
निगम की गंभीरता पर सवाल
समाजसेवी रंधीर कुमार वर्मा ने बताया कि सड़क की स्थिति जर्जर होने से आवागमन में परेशानी हो रही है. शहरी क्षेत्र होने के कारण इस मार्ग पर हमेशा लोगो का आनाजाना लगा रहता है. छात्र-छात्राएं साइकिल से भी स्कूल कॉलेज आते-जाते है. जर्जर सड़क के कारण उन्हे काफी परेशानी होती है. जेएमएम के जिला प्रवक्ता प्रमिला मेहरा ने कहा कि नगर निगम सड़क की मरम्मति को लेकर गंभीर नहीं है. पिछला चुनाव हुए चार वर्ष से अधिक का समय बीत गया है. इसके बाद भी सड़कें दुरुस्त नहीं हो सकी है.
बोर्ड की अगली बैठक में फ़ैसला – प्रभारी मेयर
डिप्टी मेयर सह प्रभारी मेयर प्रकाश सेठ ने कहा कि जर्जर सड़क को लेकर निगम पूरी तरह से गंभीर है. बोर्ड की अगली बैठक में सड़क के मरम्मत कार्य की योजना को पारित किया जायेगा. जल्द ही सड़कों का कायाकल्प होगा.
गौरतलब है कि चुनाव के दौरान काफ़ी वादे और दावे किये गये. सड़क पर जगह-जगह निकले गड्ढ़े नगर निगम के उन्ही दावों को मुंह चिढ़ा रहे हैं. सवाल है कि निगम लोगों को चलने के लिए एक बेहतर सड़क तक मुहैया नहीं करा सकता. तो फिर उसकी प्राथमिकताएं क्या है?