Giridih : गावां प्रखंड में विभागीय उदासीनता के कारण खुले में शौच मुक्त अभियान दम तोड़ रहा है. प्रखंड क्षेत्र के 16 पंचायतों में ग्राम जल स्वच्छता समिति की ओर से बनाए गए सामुदायिक शौचालय देखरेख के अभाव में बेकार पड़ा है. आधे से अधिक शौचालयों में ताले लटके रहे हैं. जो शौचालय चालू है उसमें पानी की व्यवस्था नहीं है. सेरूआ, बादीडीह, पटना, पसनौर, मंझने, नीमाडीह, खरसान, पिहरा पूर्वी, पिहरा पश्चिमी, नगवां, माल्डा, अमतरो, सांख और जमडार पंचायतों में ग्राम जल स्वच्छता एवं पंद्रहवीं वित्त राशि के सहयोग से सामुदायिक शौचालयों का निर्माण किया गया था. वर्ष 2020 में डीआरडीए डायरेक्टर और तत्कालीन बीडीओ मधु कुमारी ने इन शौचालयों का उद्घाटन किया था. उद्घाटन के बाद से ही देखरेख के अभाव में अधिकांश शौचालयों में ताले लटका दिए गए.
शौचालयों की देखरेख के लिए युवकों की तैनाती की मांग
गावां प्रखंड की उप प्रमुख नेहा कुमारी ने हर शौचलयों की देखरेख के लिए एक-एक युवक को तैनात करने की मांग की है. उनका कहना है कि शौचालयों की देखरेख होने से शौचलयों का उपयोग लोग कर सकेंगे. साफ-सफाई के अभाव में लोग इन शौचालयों का उपयोग नहीं करते.
जल साहिया को किया जा रहा जागरूक
गावां प्रखंड के कनीय अभियंता महेंद्र भगत ने बताया कि इन शौचालयों को नियमित रूप से चालू करने के लिए जल साहियाओं को जागरूक किया जा रहा है. शौचालयों की देखरेख के लिए हरेक पंचायत में एक-एक व्यक्ति को तैनात करने के सुझाव दिए गए हैं. शौचालयों की देखरेख करने वालों को समय पर मजदूरी मिल सके, इस पर भी विचार किया जा रहा है.
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