Giridih : गिरिडीह (Giridih)– जिले में खेल प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है. इन प्रतिभाओं को निखरने के लिए खेल मैदान की जरूरत है. बीस वर्ष पूर्व शहर में कई खेल मैदान थे. बरसात शुरू होते ही खिलाड़ी फुटबॉल का अभ्यास शुरू कर देते थे. शहर के महादेव तालाब रोड, रेलवे स्टेशन, झरिया गादी, बोड़ो, पचम्बा, बरवाडीह, शीतलपुर, सिहोडीह, सिरसिया, जंगलपुर, पांडेडीह में खेल मैदान हुआ करते थे. धीरे-धीरे इन खेल मैदानों की बिक्री होने लगी. अब वहां बड़े-बड़े मकान बन गए हैं. शहर में सिर्फ दो खेल मैदान झंडा मैदान और बीटी फिल्ड बचे हैं. हर सुबह इन दोनों मैदानों में खिलाड़ियों की इतनी भीड़ लग जाती है कि सभी खिलाड़ियों को अभ्यास करने का मौका नहीं मिलता.
गिरिडीह स्टेडियम मुख्य शहर से चार किलोमीटर दूर है. इस कारण हर खिलाड़ी वहां अभ्यास के लिए नहीं पहुंच पाते. एक मिनी स्टेडियम पचम्बा में है. गिरिडीह से यह पांच किलोमीटर दूर है. वहां सिर्फ पचम्बा क्षेत्र के खिलाड़ी ही अभ्यास करते हैं. खेल मैदान के अभाव में खिलाड़ी फुटबॉल का अभ्यास नहीं कर पा रहे हैं. बड़े स्कूलों का अपना-अपना खेल मैदान है. इन मैदानों में संबंधित स्कूल के बच्चे ही अभ्यास करते हैं. आम लोगों को वहां अभ्यास करने की इजाज़त नहीं है.
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