Giridih : मधुबन के सराक भवन में झारखंड सराक जैन संघ की बैठक 17 जनवरी को हुई. बैठक में झारखंड के अलग-अलग जिलों से आए सराक जैन समाज के सदस्यों ने भाग लिया. बैठक में सराक समाज की सामाजिक पहचान को मान्यता दिलाने तथा संघ की मांगों से सरकार को अवगत कराने का निर्णय लिया गया. बैठक की अध्यक्षता कर रहे अभयचरण माझी ने कहा कि सराक जैन समाज झारखंड का प्राचीन मूलवासी जैन समुदाय है. झारखंड का यह अल्पसंख्यक समाज उपेक्षित है. इस समाज के समक्ष पहचान की भी संकट है. इस संकट को दूर करना पड़ेगा. इसके लिए संघ को आवाज बुलंद करना पड़ेगा. इसी कड़ी में संघ की ओर से मुख्यमंत्री, विधायकों और प्रशासनिक पदाधिकारियों को ज्ञापन सौंपना शुरू किया गया है. श्री सम्मेद शिखरज मसले पर यह समाज हर समुदाय की आस्था का सम्मान करते हुए और सामाजिक सद्भाव बनाए रखने का पक्षधर है. सराक समाज भगवान महावीर की अमर वाणी जीओ और जीने दो पर विश्वास करता है. बैठक में संघ की नई केंद्रीय कमेटी का गठन किया गया. सर्वसम्मति से रीतेश सराक संयोजक, अभयचरण माझी सुदर्शन माझी और असीम माझी सह संयोजक बनाए गए. बैठक में संजय कुमार माझी, लोकेश माझी, वृंदावन माझी, काजल राय, तापस कुमार माझी, मनोरंजन माझी समेत अन्य उपस्थित थे.
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