Giridih : गिरिडीह (Giridih)– मुफस्सिल थाना क्षेत्र के पांडेयडीह में विगत 5 जून को दिनदहाड़े सरिता देवी हत्याकांड का पुलिस अबतक खुलासा नहीं कर सकी है. पुलिस की शिथिलता से स्थानीय लोगों में आक्रोश है. हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर बीजेपी 8 जुलाई को धरना देगी. 5 जून को पांडेयडीह जंगल में सरिता देवी की दिनदहाड़े चाकू से गोदकर हत्या की गई थी. मृतका अपने पति गोविंद वर्मा के साथ अहले सुबह खेत में सब्जी तोड़ने गई थी. सब्जी तोड़ने के बाद गोविंद वर्मा उसे बेचने शहर गया. सरिता देवी जंगल के रास्ते घर लौट रही थी. इसी दौरान अज्ञात अपराधियों ने चाकू से गोद दिया. गोदे जाने के बाद सरिता देवी कुछ समय तक चीखती रही. चीख सुनकर स्थानीय ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे. सरिता देवी खून से लथपथ अवस्था में थी. ग्रामीण उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल ले गए. जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया. परिजनों ने मुफस्सिल थाना में हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई. पुलिस ने जांच शुरू की. एक महीने गुजर चुके हैं. पुलिस के हाथ अब तक खाली हैं.
पुलिस की सुस्त रवैये के ख़िलाफ़ बीजेपी किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष सह पांडेयडीह पंचायत के पूर्व मुखिया दिलीप वर्मा ने एसडीओ विशालदीप खलको को ज्ञापन सौंपा. दिलीप वर्मा का कहना है कि पुलिस बार-बार हत्याकांड में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी का झूठा आश्वासन दे रही है. हत्यारों की अविलंब गिरफ्तारी की मांग को लेकर आगामी 18 जुलाई को शहर के अंबेडकर चौक पर धरना दिया जाएगा. मुफस्सिल थाना प्रभारी विनय राम ने कहा कि सरिता देवी हत्याकांड की जांच जारी है. हत्यारों को जल्द गिरफ़्तार किया जाएगा.
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