Giridih : नगर निगम चुनाव को लेकर हलचल तेज हो गई है. भाजपा, झामुमो व कांग्रेस समर्थित उम्मीदवारों ने भागमभाग शुरू कर दी है. इस बार चुनाव दलीय आधार पर नहीं होगा. मैदान में उतरने वाले उम्मीदवारों को किसी न किसी राजनीतिक दलों का समर्थन होगा. चुनाव को लेकर सबसे सधी चाल भाजपा चल रही है. भाजपा जिला अध्यक्ष महादेव दुबे से 5 संभावित उम्मीदवारों की सूची मांगी गई है. पार्टी सूत्रों के अनुसार उम्मीदवारों में प्रभारी महापौर प्रकाश राम, पूर्व महापौर सुनील पासवान, पूर्व नगर परिषद् अध्यक्ष दिनेश यादव व पूनम प्रकाश तथा भाजपा के वरिष्ठ नेता सदानंद राम के नाम शामिल हैं. इसके अलावा और भी भाजपा समर्थित उम्मीदवार चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं. उम्मीदवारों को लेकर अंतिम निर्णय पार्टी लेगी.
भाजपा के बाद सर्वाधिक मारामारी झामुमो में है. करीब आधा दर्जन अल्पसंख्यक उम्मीदवारों ने दावेदारी जताकर पार्टी की परेशानी बढ़ा दी है. शहरी क्षेत्र में अल्पसंख्यक समुदाय झामुमो के वोट बैंक समझे जाते हैं. इनकी अनदेखी से भविष्य में पार्टी को क्षति पहुंच सकती है. भाजपा समर्थित उम्मीदवार के मुकाबले जिनकी स्थिति मजबूत होगी झामुमो उन्हें मैदान में उतारेगी. वैसे पार्टी तय करेगी कि किन्हें मैदान में उतारा जाए.
विगत नगर निगम चुनाव में कांग्रेस ने दमदार उपस्थिति दर्ज कराई थी. मेयर और डिप्टी मेयर पद पर समीर चौधरी व लालो की मामूली अंतर से हार हुई थी. उस समय की चुनावी फिजा भी अलग थी. इस बार की फिजा अलग है. दोनों उम्मीदवार फिर चुनावी मैदान में उतरने के लिए ताल ठोक रहे हैं. वैसे इन दोनों की बेचैनी कांग्रेस ओबीसी मोर्चा के नेता नवीन चौरसिया ने चुनाव लड़ने का इरादा जताकर बढ़ा दी है. नवीन चौरसिया का सभी समुदाय और वर्ग के युवाओं में मजबूत पकड़ है.
भाकपा माले उम्मीदवार राजेश सिन्हा और लोजपा उम्मीदवार नागेंद्र चंद्रवंशी का दल में कोई प्रतिद्वंदी नहीं है. जदयू, बसपा, आप, सपा, झापा में कोई उम्मीदवार उभरकर अब तक सामने नहीं आए हैं.
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