Giridih : स्वास्थ्य विभाग दावा कर रहा है कि जिले में मलेरिया और डेंगू के संदिग्ध मरीज की तलाश के लिए सर्वे किया जा रहा है, पर सभी कागजी साबित हो रहे हैं. धनवार प्रखंड के बरजो गांव में विगत 4 दिनों से राजेश पांडे नामक युवक डेंगू से पीड़ित है. स्थानीय स्तर पर चिकित्सक डॉ.यूनुस अंसारी से इलाज़ के बाद पीड़ित को रांची रिम्स ले जाने की सलाह दी गई. मंगलवार की शाम पीड़ित को रांची में भर्ती कराया गया है. इससे संबंधित खबर शुभम संदेश के बुधवार के अंक में छपने के बाद स्वास्थ्य विभाग नींद से जागा है. मिली जानकारी के अनुसार खबर छपने के बाद सिविल सर्जन डॉ.एसपी मिश्रा ने तत्काल धनवार के प्रखंड चिकित्सा प्रभारी डॉ.आरके दास को तलब कर उनसे पूरी रिपोर्ट मांगी है. सबसे हास्यास्पद स्थिति यह है कि सूचना तंत्र की पहली कड़ी सहिया रीता पांडे बरजो गांव में ही रहती हैं. बावजूद उन्होंने संबंधित अधिकारियों तक को सूचित करने की जहमत नहीं उठाई. विभागीय अधिकारी की सूचना पर सहिया रीता पांडे ने सहिया साथी नीलम कुमारी को बुधवार को सूचना दी.
खबर पहुंचने की बनी हुई है कड़ी- सिविल सर्जन
मामले में सिविल सर्जन डॉ.एसपी मिश्रा ने कहा कि सर्वे का काम सहिया और मल्टी परपस वर्कर द्वारा की जा रही है. कोई संदिग्ध मिला तो सहिया इसकी सूचना सहिया साथी को देती है. सहिया साथी एएनएम को और एएनएम प्रभारी चिकित्सा प्रभारी को इसकी सूचना देती है. तब सूचना मुख्यालय पहुंचती है. पर यहां पहली कड़ी ही फेल साबित हुई. सिविल सर्जन ने कहा कि किस स्तर पर लापरवाही बरती गई है इसका पता कर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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