Giridih : सरसों की फसल खेतों में लहलहा रही है. अब सरसों में फूल भी निकल आए हैं. जिले के सभी प्रखंडों में बड़े पैमाने पर किसानों ने सरसों की खेती की है. लहलहाती फसल देखकर किसानों को इस बार अच्छी पैदावार की उम्मीद है. गिरिडीह से डुमरी, जमुआ, बेंगाबाद, जामताड़ा और धनबाद जाने वाले रास्ते के किनारे खेतों में सरसों की लहलहाती फसल देखकर मन खुश हो जाता है. सरसों का बाजार मूल्य अच्छा होने के कारण किसानों को इससे अच्छी आमदनी होती है. कई किसान सरसों का तेल खुद तैयार कर बाजार में बेचते हैं.
सरसों का बाजार मूल्य अच्छा, किसानों को अच्छी आमदनी
जमुआ प्रखंड के सियाटांड़ के युवा किसान हरिहर वर्मा ने बताया कि एक एकड़ जमीन पर करीब सात क्विंटल सरसों की उपज होती है. थोक व्यापारी 40 से 50 रुपए प्रति किलो सरसों बेचते हैं. जमुआ प्रखंड के अधिकांश गांवों में इस वर्ष बड़े पैमाने पर सरसों की खेती की गई है. बीजेपी किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष दिलीप वर्मा ने बताया कि सरसों की खेती से किसानों की आमदनी बढ़ सकती है. इस बार जिले के किसानों ने सरसों की खेती में दिलचस्पी दिखाई है.
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