पुलिस व वन विभाग की सख्ती के बावजूद माइका का अवैध कारोबार जारी
Tisri (Giridih) : माइका कारोबार पर सरकार के प्रतिबंध के बाद माइका नगरी तिसरी की चमक फीकी ही पड़ गई है. लेकिन इस कारोबार से जुड़े कुछ लोग अब भी माइका की तस्करी कर अपनी चमक बढ़ाने में लगे हुए हैं. ये लोग रात-रात भर जागकर पूरी शिद्दत से अवैध कमाई में लगे हुए हैं. पुलिस व वन विभाग की कार्रवाई के बावजूद माइका की तस्करी जारी है. इससे विभागीय अधिकारियों व पुलिस पर ही प्रश्न चिह्न उठ रहा है.
माइका के अवैध कारोबार में तिसरी के दो गुट सक्रिय
माइका के अवैध कारोबार में तिसरी के दो गुट सक्रिय हैं. ये गिरिडीह और कोडरमा जिले में माइका की तस्करी करते हैं. दोनों गुटों की तस्करी का तरीका लगभग मिलता-जुलता है. फर्क सिर्फ इतना है कि इनमे से एक गुट माइका परिवहन के लिए बड़े वाहनों का इस्तेमाल करता है, जबकि दूसरा छोटे वाहनों का. एक गुट माइका की लोडिंग गोदाम से करता है, जबकि दूसरे में छोटे खरीदारों के यहां से होती है. दोनों ही गुट आधी रात के बाद माइका लोड वाहनों को स्कॉट कर गंतव्य तक ले जाते हैं. वन विभाग और पुलिस की गई लगातार कार्रवाई के बावजूद माइका का अवैध कारोबार बदस्तूर जारी है. अब भी रात के अंधेरे में जंगलों से माइका लोड कर इसकी तस्करी की जा रही है. विभाग द्वारा इतनी कार्रवाई और मुकदमा दर्ज करने के बावजूद माफियाओं के हौसले बुलंद हैं और वे अपने धंधे को बदस्तूर जारी रखे हुए हैं.
वन विभाग ने ढिबरा लोड पिकअप किया जब्त, केस दर्ज
वन विभाग ने एक बार फिर अवैध माइका कारोबार के खिलाफ कार्रवाई की है. वन प्रक्षेत्र पदाधिकारी को मिली गुप्त सुचना के आधार पर वनपाल अमर विश्वकर्मा के नेतृत्व में टीम ने तिसरी के घंघरीकुरा के पास अवैध माइका लोड एक पिकअप वाहन को जब्त कर लिय. हालांकि अंधेरे का फायदा उठाकर चालक और स्कॉट कर रहे तस्कर भागने में सफल रहे. इस मामले में वन विभाग ने मसनोडीह के कारोबारी मंटू मेहता, तिसरी के सोनू कुमार, पंकज कुमार और अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ वन अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई है.
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