Silas Singh
Giridih : गिरिडीह-जामताड़ा मार्ग पर उसरी नदी पर बना आरगाघाट पुल तेजी से जर्जर होता जा रहा है. पुल के दोनों ओर के रेलिंग टूटते जा रहे हैं. कई जगहों पर रेलिंग का छड़ दिखाई देने लगा है. साथ ही पुल के बीच-बीच में छोटे-छोटे सुराख भी हो गए हैं. स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि देखभाल के अभाव में पुल 15 वर्षों में ही जर्जर हो गया. निर्माण के बाद कभी पुल की मरम्मत नहीं हुई.
क्यों अहम है ये पुल
गिरिडीह से गांडेय, जामताड़ा, मधुपुर, देवघर जाने के लिए यह मुख्य मार्ग है. इतना ही नहीं बल्कि उसरी नदी के उत्तरी भाग के सभी गांवों के लोग आवागमन के लिए इसी पुल का इस्तेमाल करते हैं. पुराने उसरी पुल को कमज़ोर होने के कारण बंद कर दिया गया है. अब अगर जर्जर होने के कारण इस पुल के भी अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा. तो आवागमन में भारी परेशानी होगी.
क्या कहते हैं प्रतिनिधि
भाजपा नेता चुन्नुकांत ने कहा कि यह पुल गिरिडीह की लाइफलाइन है. रास्ते की महत्ता को देखते हुए इसका निर्माण किया गया था. सरकार अविलंब पुल की मरम्मत कराये.
राष्ट्रीय लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार राज का कहना है कि बालू माफियाओं के कारण पुल के नीचे से बालू हटा लिया जाता है. इससे पीलर कमजोर हो जाता है. सरकार तुरंत पुल का जीर्णोद्धार करे.
माले नेता राजेश सिन्हा ने कहा कि निष्क्रियता के कारण पुल जर्जर हुआ है. साथ ही जनता को भी जागरूक होना चाहिये. जनता की जागरूकता की कमी के कारण ऐसा होता है. पुल के नीचे से बालू उठाव पर रोक लगाने की जरूरत है.
आम आदमी पार्टी के नेता कृष्ण मुरारी शर्मा का कहना है कि सबसे पहले प्रशासन पुल के नीचे बालू खनन पर रोक लगाये. साथ ही जल्द से जल्द पुल की मरम्मत कराये. यह बहुत महत्वपूर्ण पुल है.
इस मामले में गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि बीते कई सालों से देखरेख के अभाव में पुल जर्जर अवस्था में आया है. उन्होंने कहा कि वे संबंधित विभाग से बात कर जल्द से जल्द पुल की मरम्मत करायेंगे.
यह भी पढ़ें : गिरिडीह : शीतलपुर-न्यू गिरिडीह रेलवे स्टेशन को जोड़ने वाली सड़क जर्जर