डुमरी रेफरल अस्पताल की घटना, परिजनों का हंगामा, मुआवजा पर सहमति
Dumari (Giridih) : डुमरी रेफरल अस्पताल में बंध्याकरण ऑपरेशन में डॉक्टर की लापरवाही से चैनपुर के बेलवाटोगरी निवासी दुरलचंद महतो की पत्नी शोभा कुमारी की मौत हो गई. महिला का ऑपरेशन 16 फरवरी को रेफरल अस्पताल के डा. आशीष कुमार ने किया था. तबीयत बिगड़ने पर डॉक्टरों ने उसे एसएनएमएमसीएच धनबाद और वहां से रिम्स रांची रेफर कर दिया गया था. रिम्स में इलाज के दौरान 25 मार्च को उसने अंतिम सांस ली. गुस्साए परिजनों व ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों के साथ शव को रांची से लाकर सोमवार को रेफरल अस्पताल डुमरी के मुख्य द्वार पर रखकर जोरदार प्रदर्शन किया. ग्रामीण पीड़ित परिवार को मुआवजा देने और दोषी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े थे. मृतका शोभा कुमारी को 3 छोटे-छोटे बच्चे हैं.
सूचना पाकर एसडीओ मोहम्मद शहजाद परवेज, एसडीपीओ सुमित प्रसाद अन्य अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे और आंदोलन कर रहे परिजनों व ग्रामीणों से बातचीत की. कई दौर की वार्ता के बाद सरकारी प्रावधान के अनुरूप 4 लाख रुपए मुआवजा व नकद एक लाख रुपए की अतिरिक्त राशि देने पर सहमति बनी. प्रशासन की ओर से परिजनों को नकद 50 हजार रुपये तत्काल दिया गया और 50 हजार रुपए शीघ्र देने की बात कही. इसके बाद आंदोलन समाप्त किया गया. वार्ता में सीओ शशिभूषण वर्मा, रेफरल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. राजेश महतो, डुमरी थाना के इंस्पेक्टर मनोज कुमार, निमियाघाट थाना प्रभारी राणा जंग बहादुर सिंह आदि शामिल थे.
ऑपरेशन के दो दिन बाद फूलने लगा था पेट
परिजनों ने बताया कि ऑपरेशन के अगले दिन महिला अपने घर चली गई. दो दिन के बाद महिला का पेट फूलने लगा. परिजन उसे लेकर रेफरल अस्पताल पहुंचे. जांच में डॉक्टरों ने पाया कि ऑपरेशन के दौरान महिला की पखाना और पेशाब की नाली कट गई थी. डॉक्टरों ने उसे बेहतर इलाज के लिए एसएनएमएमसीएच, धनबाद रेफर कर दिया. वहां ले जाने पर उसे रिम्स, रांची रेफर कर दिया गया था.
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