आगामी लोकसभा चुनाव में करेंगे वोट का बहिष्कार
Godda : जिले के बोआरीजोर प्रखंड अंतर्गत ग्राम बांसडीहा के ग्रामीणों ने ईसीएल और जिला प्रशासन के खिलाफ वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए मोर्चा खोल दिया है. रविवार की संध्या सैकड़ों की संख्या में स्कूल के सामने एकजुट होकर ग्रामीणों ने अपना विरोध जताते हुए निर्णय लिया कि अगर एक पखवाड़े के अंदर अगर समाधान नहीं किया गया तो आगामी लोकसभा चुनाव में वोट का बहिष्कार करेंगे. मामला मध्य विद्यालय बंसडीहा से जुड़ा है. इस विद्यालय में गांव के बच्चे पढ़ा करते थे, मगर ललमटिया कोलियरी के विस्तार के क्रम में विद्यालय का अस्तित्व पर खतरा उत्पन्न हो गया और उसे जमींदोज कर उसकी जगह पर कोयला उत्खनन के कार्य को लेकर जमीन का अधिग्रहण कर लिया गया. इस बीच बच्चों की पढ़ाई बाधित ना हो इसको लेकर स्कूल का संचालन बगल के गांव हिजूकित्ता में करने की बात थी. जिसका स्थानीय हिंदू बहुल परिवारों ने विरोध किया. ग्रामीणों का कहना था कि इस स्कूल में पढ़ने वाले अधिकांश बच्चे हिंदू समाज से आते हैं. जबकि हिजूकित्ता का स्कूल मुस्लिम बहुल इलाके में अवस्थित है. वहां मुस्लिमों की आबादी अधिक है तथा वह स्कूल हमारे गांव से भी दूर है. ऐसे में हमारे घर के बच्चे बच्चियों को दूर जाने एवं वहां के माहौल में पठन-पाठन करने में दिक्कत आएगी. इस वजह से ग्रामीणों ने बंसडीहा के स्कूल को ही संचालित करने का अनुरोध किया. ग्रामीणों की इस मांग पर ईसीएल ने छह माह में विद्यालय को संचालित करने का आश्वासन दिया था. प्रशासन की ओर से भी उपस्थित अधिकारियों ने जल्द से जल्द स्कूल को चालू करने की बात कही थी, मगर छह महीने से अधिक बीत गए हैं और स्कूल का संचालन नहीं किया जा सका है. स्कूल बंद हो जाने से सभी बच्चे घर पर ही बैठे हुए हैं. किसी की पढ़ाई नहीं हो पा रही है. इस बात से आक्रोशित होकर अभिभावकों ने एक मीटिंग कर यह तय किया कि अगर एक पखवाड़े के अंदर व्यवस्था लागू नहीं की गई तो चुनाव में वोट का बहिष्कार करेंगे.
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