किसानों का शोषण बढ़ेगा
Bermo: बेरमो अनुमंडल के विभिन्न क्षेत्रों में कृषि कानून की वापसी की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया. अखिल भारतीय किसान सभा ने गोमिया के गोसे ग्राम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका. जबकि भाकपा बेरमो प्रखंड के बोकारो थर्मल में तीनों कृषि कानूनों की वापस को लेकर प्रदर्शन किया.
किसान सभा के जिला अध्यक्ष श्याम सुंदर महतो ने कहा कि पिछले एक वर्ष से देश के किसान आंदोलित हैं. इस दौरान सैकड़ों किसान शहीद हुए. वहीं भाकपा के बेरमो प्रखंड सचिव ब्रज किशोर सिंह ने कहा कि 5 जून 1975 को लोक नायक जयप्रकाश नारायण ने केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ पूरे देश में क्रांति की शुरुआत की थी. वर्तमान की मोदी सरकार ने भी एक वर्ष पहले आज ही के दिन यानी पांच जून 2020 को तीन किसान विरोधी अध्यादेश लाई थी. इसके बाद ही किसान सड़कों पर उतरे थे.
इसे भी पढ़ें- पीएम मोदी ने कहा, पर्यावरण मामले में दुनिया हमें लीडर की तरह देख रही है, भारत बड़े वैश्विक विजन के साथ आगे बढ़ रहा है
CPI ने समर्थन किया
सचिव ने कहा कि सीपीआई ने भी किसान आंदोलन को समर्थन दिया है और राज्य नेतृत्व के आह्वान पर आज बोकारो थर्मल मे भी विरोध प्रदर्शन किया गया. तीनों कृषि कानूनों की प्रतियां जलाई गईं. इसे केंद्र की मोदी सरकार ने राज्यसभा से जबरन पास कराया था. इस कानून के लागू होने से किसानों का शोषण बढ़ेगा. किसान एमएसपी लागू करने की मांग कर रहे हैं.
इसे भी पढ़ें- रांची : 6 थाना प्रभारी समेत 17 पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज, लापरवाही बरतने का है आरोप
मजदूरों की सुरक्षा खतरे में
कहा कि 44 श्रम कानून को बदल कर 4 कोड में लाया गया. उससे मजदूरों का समाजिक सुरक्षा खतरे में पड़ गया है. सरकार के किसान विरोधी, मजदूर विरोधी और जन विरोधी संशोधित कानून का भाकपा विरोध करती है. कोरोना काल समाप्त होते ही सड़कों पर भी पूरी तैयारी के साथ आंदोलन में उतरेगी. इस अवसर पर अशिम तिवारी, नवीन कुमार पाठक, ओम प्रकाश चौधरी, पप्पू शर्मा, नन्द किशोर, विकास तिवारी, इरशाद अंसारी, संतोष यादव, टीपू, गौरव सिंह, टार्जन राम, माथुर ठाकुर, जमीर अंसारी, रंजीत राम, राजेन्द्र राम और कमाल असगर सहित कई लोग उपस्थित थे.
इसे भी पढ़ें- रांची के नामकुम में युवक की गोली मारकर हत्या