NewDelhi/Gonda : भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कई खिलाड़ियों ने मोर्चा खोल दिया है. गोंडा के नंदिनी नगर स्थित कुश्ती स्टेडियम में नेशनल चैंपियनशिप खेलने गये कई खिलाड़ी भी इनमें शामिल हैं. खबर है कि हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के कई खिलाड़ी बिना मैच खेले ही वापस लौट रहे हैं.
We’re waiting for Brijbhushan Sharan Singh to come forward. We’re here by risking our careers. This fight is for our young wrestlers who’re the future of wrestling: Bajrang Punia, Olympian Wrestler on day 3 of protest against Wrestling Federation of India,at Jantar Mantar, Delhi pic.twitter.com/7yDX8oBpdi
— ANI (@ANI) January 20, 2023
I am not sitting here because of anyone’s mercy, but after being elected by the public: WFI President Brij Bhushan Sharan Singh pic.twitter.com/Xy8dC7pBl1
— ANI (@ANI) January 20, 2023
I want justice to be served to those wrestlers, there must be a thorough probe into the allegations raised by wrestlers and there must be a CBI probe against those who’re involved in this: Vijender Singh, Olympian Boxer & Congress leader pic.twitter.com/13U3hjwD9c
— ANI (@ANI) January 20, 2023
हम अपनी इच्छा से दिल्ली के जंतर-मंतर पर जा रहे हैं
जानकारी के अनुसार आधा दर्जन से अधिक खिलाड़ी बिना मैच खेले ही वापस जा रहे हैं. इन खिलाड़ियों का कहना है कि हम अपनी इच्छा से मैच नहीं खेल रहे हैं. कहा कि दिल्ली के जंतर-मंतर पर बैठे भाई-बहनों के समर्थन में बिना खेले वापस जा रहे हैं, हम पहले जंतर-मंतर पर जायेंगे.
जान लें कि नंदिनी नगर में शनिवार से नेशनल चैंपियनशिप प्रतियोगिता शुरू हो रही है.
इस नेशनल चैंपियनशिप में हिस्सा लेने महाराष्ट्र, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, मध्य प्रदेश समेत कई प्रदेशों के खिलाड़ी आये हुए हैं. शुक्रवार को सांसद बृजभूषण शरण सिंह इन खिलाड़ियों से मिलने पहुंचे थे.
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पत्र में दावा किया, राष्ट्रीय शिविर के कोच और खेल स्टाफ अक्षम हैं
भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह का विरोध कर रहे पहलवानों ने आज शुक्रवार को यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए जांच समिति के गठन की मांग की. इससे एक दिन पूर्व पहलवानों ने बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की धमकी दी थी. आईओए अध्यक्ष पीटी उषा को लिखे गये पत्र में पहलवानों ने डब्ल्यूएफआई द्वारा (कोष में) वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगाया. साथ ही दावा किया कि राष्ट्रीय शिविर के कोच और खेल स्टाफ अक्षम हैं.
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पहलवानों ने डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष को बर्खास्त करने की मांग दोहराई
पहलवानों ने चार मांगें रखते हुए लिखा कि हम भारतीय ओलंपिक संघ से आग्रह करते हैं कि यौन शोषण की शिकायतों की जांच के लिए तुरंत समिति की नियुक्ति की जाये. पहलवानों ने डब्ल्यूएफआई को भंग करने और अध्यक्ष को बर्खास्त करने की मांग भी दोहराई. कहा कि पहलवानों के साथ सलाह-मशविरा कर राष्ट्रीय महासंघ के संचालन के लिए नयी समिति का गठन किया जाये. पत्र पर पांच पहलवानों के हस्ताक्षर हैं, इनमें टोक्यो ओलंपिक के पदक विजेता रवि दहिया और बजरंग पूनिया भी शामिल हैं.
मुक्केबाज विजेंदर सिंह जंतर-मंतर धरना स्थल पर पहुंचे
रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक और विश्व चैंपियनशिप के पदक विजेता विनेश फोगाट और दीपक पूनिया ने भी इस पत्र पर हस्ताक्षर किये हैं. लिखा है कि हमें अपनी जान का खतरा है. अगर बृज भूषण शरण सिंह को बर्खास्त नहीं किया गया तो धरने से जुड़ने वाले सभी युवाओं का करियर खत्म हो जायेगा.
जब तक डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष को बर्खास्त नहीं किया जाता तब तक हम पीछे नहीं हटेंगे. बीजिंग ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता मुक्केबाज और अब कांग्रेस नेता विजेंदर सिंह भी पहलवानों के साथ एकजुटता दिखाते हुए जंतर-मंतर पर धरना स्थल पहुंचे.
बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि वह इस्तीफा नहीं देंगे
उत्तर प्रदेश में मीडिया से बात करते हुए बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि वह इस्तीफा नहीं देंगे क्योंकि उनका पद किसी की दया पर निर्भर नहीं है. जब उनसे कहा गया कि पहलवानों ने कहा है कि अगर वे सब कुछ सार्वजनिक कर देंगे तो भूकंप आ जायेगा तो डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष ने कहा कि अगर वह अपना मुंह खोलेंगे (रहस्यों का खुलासा करेंगे) तो इससे सुनामी आयेगी.
मेरे खिलाफ पहलवानों का विरोध शाहीन बाग का धरना है
दिल्ली के जंतर-मंतर पर देश के नामी पहलवानों द्वारा जारी धरने को शाहीन बाग का धरना’ बताते हुए भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) अध्यक्ष व कैसरगंज से भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने पद छोड़ने से साफ इनकार किया. सिंह ने अपने पैतृक स्थान(गोंडा) पर पत्रकारों से कहा, मेरे खिलाफ पहलवानों का विरोध शाहीन बाग का धरना है.
बृजभूषण ने कहा कि वह इस्तीफा नहीं देंगे क्योंकि उनका पद किसी की दया पर निर्भर नहीं है. जब उनसे कहा गया कि पहलवानों ने कहा है कि अगर वे सब कुछ सार्वजनिक कर देंगे तो भूकंप आ जायेगा तो डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष ने कहा कि अगर वह अपना मुंह खोलेंगे (रहस्यों का खुलासा करेंगे) तो इससे सुनामी आयेगी.
धरना दे रहे खिलाड़ी कांग्रेस और दीपेंद्र हुड्डा के हाथ का खिलौना बन चुके हैं
सिंह ने अपने खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर में हुए विरोध प्रदर्शन को कांग्रेस पार्टी द्वारा प्रायोजित भाजपा पर हमला करार दिया. इससे पहले एक टीवी चैनल से बात करते हुए उन्होंने कहा था कि धरना दे रहे खिलाड़ी कांग्रेस और दीपेंद्र हुड्डा के हाथ का खिलौना बन चुके हैं. भाजपा सांसद ने कहा कि इस प्रकार की साजिश करीब तीन दशक पूर्व भी कांग्रेस द्वारा मेरे साथ की गयी थी. एक बार पुनः वही साजिश दुहरायी जा रही है.
मैने पहले ही कहा था कि यह कोई षड्यंत्र है और इसके पीछे बड़ी ताकतें लगी हैं. अब वह ताकतें खुलकर सामने आ गयी हैं. कहा था कि कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी और हरियाणा के नेता दीपेंद्र हुड्डा के बयान और ट्वीट के बाद तस्वीर साफ होती जा रही है.