Pravin Kumar
Chaibasa: राज्य में सरकार बदली, सत्ता का तेवर बदला लेकिन नहीं बदला तो पीडीएस दुकानदारों का रवैया और कार्य करने का तरीका. राज्य में राशन दुकानदारों की मनमानी चरम पर है. लाभुकों को कम अनाज देना, ऐसा प्रतीत होता है जैसे यह राशन वितरण की पहली शर्त बन गई है. जिन अधिकारियों के जिम्मे राशन वितरण की जिम्मेवारी है वह भी राशन डीलर के खिलाफ सक्ष्य मिलने के बाद भी कार्रवाई नहीं करते.
ताजा मामला पश्चिम सिंहभूम जिले के मझगांव प्रखंड स्थित तरतरिया पंचायत का है. जहां लाभुकों को सड़ा हुआ अनाज सरकारी राशन दुकान से दिया जा रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि गांव में यूनिट के आधार पर राशन का वितरण नहीं किया जा रहा है. राशन वितरण में डीलर मनमानी करते हैं.
अगस्त में हुए सर्वेक्षण में भी राशन वितरण में अनियमितता की बात आयी सामने
खाद्य सुरक्षा जन अधिकार मंच की ओर से राज्य खाद्य सुरक्षा योजना (हरा राशन कार्ड) में व्यापक अनियमितता को उजागार किया था. अगस्त माह में हरे राशन कार्डधारक 709 परिवारों पर किये गये सर्वेक्षण में केवल 22% परिवारों को अप्रैल-जुलाई 2021 के दौरान पूरे चार महीने का राशन मिला है. 21% परिवारों को इस दौरान केवल एक महीने राशन मिला है और 6.5% कार्डधारकों को तो एक बार भी राशन नहीं मिला है. मंच के द्वारा 54 गांव के 709 हरे राशन कार्डधारी परिवारों का सर्वेक्षण किया था.
तेतरिया पंचायत के पीडीएस लाभुक क्या कहते हैं, देखे वीडियो
पूछे जाने पर ग्रामीण बीरबल तिरिया ने कहा, राशन डीलर कम अनाज देते हैं. डीलर ने जो गेहूं दिया है वह सड़ा हुआ है. जबरन हम लोगों को सड़ा हुआ गेहूं दिया जा रहा है.
वहीं घनश्याम तिरिया ने कहा, हमें 40 किलो राशन मिलना चाहिए लेकिन डीलर ने मनमानी करते हुए सिर्फ 20 किलो ही अनाज दिया. 20 किलो गेहूं राशन डीलर के द्वारा कालाबाजारी की जा रही है. उन्होंने डीलर पर आरोप लगाया कि राशन लेने जाने पर डीलर के द्वारा गाली-गलौज भी की जाती है.
स्थानीय ग्रामीण शिवनाथ तिरिया ने कहा कि, हमें मात्र 15 किलो राशन दिया गया. जबकि उन्हें 30 किलो अनाज मिलना चाहिए था. राशन में कटौती कर डीलर राशन की कालाबाजारी करते हैं. अधिकारियों से शिकायत करने पर भी कोई फायदा नहीं होता.
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कालाबाजारी करते रंगेहाथ पकड़ा गया डीलर, नहीं हुई कोई कार्रवाई
स्थानीय ग्रामीण महादेव चंद्र कुकल ने कहा कि, मझगांव प्रखण्ड के तरतरिया पंचायत अंतर्गत ईचापी गांव की डीलर शिव पार्वती महिला समूह अनुज्ञप्ति संख्या 71/09 के सचिव जयंती कुमारी पान के द्वारा बड़े पैमाने पर गरीबों के हक के राशन में कटौती की जा रही है. उचित मात्रा में राशन वितरण नहीं कर लाभुकों को मिलने वाले राशन में 5,10,15 किलो से लेकर 30 किलो तक भी कटौती कर दी जा रही है. 21 अगस्त 2021 को डीलर को 4 बोरा गेहूं कालाबाजारी करते हुए ग्रामीणों ने रंगेहाथ पकड़ा था.
मामले की शिकायत वरीय पदधिकारियों से की गई. लेकिन अबतक डीलर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है. आरोप यह भी है कि डीलर गांव के कमजोर लोगों को गाली-गलौज भी करता है. ग्रामीण राशन कालाबाजारी के विरोध में 8 सितंबर को प्रखंड कार्यालय के समक्ष प्रर्दशन की तैयारी कर रहे हैं.
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