NewDelhi : सुप्रीम कोर्ट में आज बुधवार को राष्ट्रीय रक्षा अकादमी(एनडीए) और नेवल अकादमी में महिला कैडेट्स के प्रवेश को लेकर सुनवाई हुई. जान लें कि राष्ट्रीय रक्षा अकादमी(एनडीए) और नेवल अकादमी में महिला कैडेट्स के प्रवेश का रास्ता साफ करने के लिए केंद्र सरकार नीति व प्रक्रिया तय कर रही है. सरकार ने यह निर्णय कर लिया है कि महिला कैडेट्स को इन दोनों संस्थानों में दाखिला मिलेगा, लेकिन किस प्रक्रिया के तहत दाखिला मिले, इसे अंतिम स्वरूप दिया जा रहा है.
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एएसजी ऐश्वर्या भाटी ने सुप्रीम कोर्ट से कहा, मेरे पास खुशखबरी है
मामले की सुनवाई के क्रम में एएसजी ऐश्वर्या भाटी ने सुप्रीम कोर्ट को जानकारी देते हुए कहा, मेरे पास एक खुशखबरी है कि रक्षा सेनाओं के प्रमुखों और सरकार ने आपसी बैठक में तय कर लिया है कि अब महिलाओं को एनडीए और नेवल अकादमी में प्रशिक्षण के बाद स्थाई कमीशन अधिकारियों के रूप में नियुक्त किया जायेगा. कहा कि जल्द ही प्रक्रिया को निर्णायक स्वरूप प्रदान कर दिया जायेगा.
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जस्टिस संजय किशन कौल और एमएम सुंद्रेश की पीठ ने कहा, बहुत अच्छा हुआ
इस पर जस्टिस संजय किशन कौल और जस्टिस एमएम सुंद्रेश की पीठ ने कहा कि यह बहुत अच्छा हुआ कि सरकार और रक्षा प्रमुखों ने अपने तौर पर ही फैसला किया है. बता दें कि कोर्ट ने केंद्र सरकार को एनडीए और नेवल अकादमी में महिला कैडेट्स के दाखिले की प्रक्रिया पर विस्तृत जवाब दाखिल करने को दो सप्ताह की समय दियी है. साथ ही पीठ ने एएसजी ऐश्वर्या भाटी को इस बात की बधाई दी कि उन्होंने लैंगिक विभेद को दूर करने के मकसद से इस मामले में मोर्चा संभाले रखा.
सुप्रीम कोर्ट मामले सुनवाई 22 सितंबर को होगी
सुप्रीम कोर्ट अब इस मामले सुनवाई 22 सितंबर को होगी. जान लें कि पिछले माह सेना में स्थायी कमीशन मिलने में हो रही देर को लेकर महिला ऑफिसर्स ने सरकार को कानूनी नोटिस भेजा था. यह नोटिस रक्षा मंत्रालय को उन 72 महिलाओं ने भेजा था जिनको सेना में स्थाई कमीशन देने के लिए योग्य ठहराया गया था. महिला अफसरों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिये ऑर्डर में स्थायी कमीशन देने की बात हो चुकी है.