Ranchi: झारखंड में दलितों की हालत बहुत खराब है. जब से राज्य में गठबंधन की सरकार आयी है, दलितों पर अत्याचार बढ़ गया है. उनकी जमीन की लूट और मारपीट जैसी घटनाएं आम हो गयी हैं. एससी छात्रों को केंद्र से मिलने वाली पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप का भी लाभ यह सरकार नहीं दे रही है. बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, पूर्व सांसद औऱ एससी मोर्च की प्रदेश प्रभारी कमला देवी पाटले ने यह बातें कहीं.
प्रदेश बीजेपी मुख्यालय में बीजेपी एससी मोर्चा के पदाधिकारियों के साथ बैठक के बाद वे प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रही थीं. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अनुसूचित जाति के छात्रों के लए पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप योजना चला रही है. सभी राज्य के दलित बच्चों को इसका लाभ मिल रहा है, लेकिन राज्य सरकार इसमें ध्यान नहीं दे रही. इसमें 60 फीसदी केंद्र और 10 फीसदी राज्य का अंश है. केंद्र ने पैसा दे दिया, लेकिन राज्य सरकार ने न तो अपना राज्यांश दिया और नहीं छात्रों की लिस्ट भेजी. वहीं राज्य सरकार ने एससी-एसटी का प्रमोशन भी रोक रखा है.
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चिरूडीह कांड के आरोपी अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर
उन्होंने कहा कि हाल में ही चिरुडीह की घटना मीडिया के माध्यम से पूरे देश तक पहुंची है. वहां विशेष समदाय द्वारा 6 दलित परिवार को बेघर कर दिया गया था. इतनी बड़ी घटना पर सरकार ने पीड़ित परिवार की सुध तक नहीं ली, लेकिन बीजेपी एससी मोर्चा ने लंबी लड़ाई लड़ते हुए मामले को राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग तक पहुंचाया. मोर्चा की पहल पर ही आयोग के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और जिला प्रशासन को सुरक्षित उन्हें उनके घर तक पहुंचाने का निर्देश दिया, लेकिन महीनों गुजर जाने के बाद भी आज तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई.
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मझगांव घटना के भी आरोपी नहीं हुए गिरफ्तार
इसी तरह की एक घटना चाईबासा के मझगांव में भी हुई. जब अल्पसंख्य समुदाय के लोगों ने अकारण दलित परिवार पर अचानक हमला कर उनके साथ मारपीट की. घटना के बाद जब पीड़ित परिवार पुलिस से गुहार लगाने पहुंची तो पुलिस पूरे मामले को रफा- दफा करने का प्रायस करती रही. इस घटना में भी अनुसूचित जाति मोर्चा ने लड़ाई लड़ते हुए मामले को राज्य सरकार और राज्यपाल तक पहुंचाया. लेकिन अभी तक इस घटना में भी किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया है.
दलित युवती को सरेआम पीटने वाला थानेदार सिर्फ सस्पेंड हुआ
कमला देवी पाटले ने कहा कि मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र बरहेट में थाना प्रभारी हरीश पाठक ने एक युवती को सरेआम पीटा. जब इस घटना की जानकारी भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा को हुई तो पूरे राज्य में पीड़ित युवती के इंसाफ के लिए आंदोलन किया गया. जिसके बाद आरोपी थाना प्रभारी को मात्र निलंबित किया गया. वहीं मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा ने साहिबगंज की एक दलित महिला की जमीन लूट कर उस पर आलीशान बंगला बनवा लिया. इसपर भी मोर्चा के तरफ से कई आंदोलन किये गये, लेकिन सरकार की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं हुई.
ठंड और भूख से दलितों की ही होती है मौत
उन्होंने कहा कि राज्य में भूख और ठंड से लगातार दलितों की मौत होती रही है, लेकिन सरकार की तरफ से कोई ठोस रणनीति नहीं तैयार की गयी और न ही पीड़ित परिवार को कोई मदद दी गयी. बोकारो के कसमार के भूखल घासी की मौत भूख से हो गयी. सदन के अंदर सरकार के आश्वासन के बाद भी भूखल घासी के दो बच्चों की मौत भी छह महीने के अंदर हो गयी. लेकिन आज तक पीड़ित परिवार को कोई मदद नहीं दी गयी. वहीं बोकारो जिला के ही नवाडीह प्रखंड में एक दलित व्यक्ति की मौत ठंड से हो गयी, लेकिन जिला प्रशासन ने एक कंबल तक पीड़ित परिवार को नहीं दिया.