LagatarDesk : देश की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी एलआईसी को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है. कंपनी ने एलआईसी आईपीओ के साइज को घटा दिया है. रॉयटर्स रिपोर्ट्स के अनुसार, कंपनी आईपीओ के जरिये 30,000 करोड़ जुटायेगी. पहले आईपीओ के जरिये 60,000 करोड़ जुटाने का लक्ष्य था. यह पहले के अनुमान की तुलना में ठीक आधा है. कंपनी ने आईपीओ के साइज को 50 फीसदी घटा दिया है. इसके बावजूद यह भारत का अब तक का सबसे बड़ा पब्लिक ऑफर है.
12 मई तक नहीं आया आईपीओ तो नये सिरे से सेबी से लेनी होगी अनुमति
एलआईसी के आईपीओ के लिए अगला हफ्ता काफी अहम है. क्योंकि सेबी द्वारा दी गयी मंजूरी की अवधि 12 मई को पूरी हो जायेगी. अगर सरकार 12 मई तक IPO नहीं ला पाती है तो कंपनी को सेबी के पास नये सिरे से नये डॉक्यूमेंट जमा करने होंगे और अनुमति लेनी होगी.
कंपनी के वैल्यूएशन में आयी कमी
इंवेस्टर्स के फीडबैक के बाद कंपनी का वैल्यूएशन अब 6 लाख करोड़ कर दिया गया है. यह सरकार के पहले के अनुमान की तुलना में काफी कम है. सरकार ने पहले इंश्योरेंस कंपनी का वैल्यूएशन करीब 17 लाख करोड़ के आसपास होने का अनुमान जताया था.
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मार्च में ही आने वाला था आईपीओ
बता दें कि सरकार 31 मार्च को समाप्त हुए फाइनेंशियल ईयर से पहले एलआईसी का आईपीओ लाना चाहती थी. लेकिन रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से सरकार को इसे टालना पड़ा था. हालांकि अब उम्मीद की जा रही है कि 12 मई से पहले आईपीओ आ जायेगा. एलआईसी में सरकार की हिस्सेदारी 100 फीसदी है. आईपीओ के जरिये सरकार अपनी 5 फीसदी हिस्सेदारी बेची जायेगी. मालूम हो कि सरकार ने पहले वित्त वर्ष के दौरान विनिवेश से 1.75 लाख करोड़ जुटाने का अनुमान लगाया था. लेकिन बाद में इसमें संशोधन किया गया और विनिवेश से 78 हजार करोड़ जुटाने का लक्ष्य तय किया.
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