Ranchi : मंगलवार को विद्या विकास पब्लिक स्कूल में, अतीत के अनुभवों की छाया में पलते भविष्य की झलकियां उस वक्त देखने को मिली, जब दादा-दादी के प्रति सम्मान व्यक्त करने एवं बच्चों में नैतिक मूल्यों को विकसित करने के लिए ग्रैंड पैरेंट्स डे मनाया गया. बच्चों ने ‘दादी अम्मा दादी अम्मा मान जाओ’ के गाने पर मनमोहक नृत्य के माध्यम से बताया कि दादी को कैसे मनाया जाता है. वहीं कुछ बच्चों ने ‘दादा जी की छड़ी हूं मैं’ गाने पर नृत्य करके यह संदेश दिया कि उनके जीवन में दादा-दादी का होना कितना आवश्यक है. उनके बिना उनका बचपन अधूरा है और जब भी उनको सहारे की जरूरत पड़े तो हम बच्चों को छड़ी बनकर खड़ा होना चाहिए. बच्चों के हुनर को देखते हुए कुछ अभिभावकों ने भी अपने मन की बात कही.
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इस मौके पर विद्यालय की प्रधानाचार्या डॉ. मनीषा तिवारी ने सभी अभिभावकों का अभिवादन किया एवं बच्चों तथा बदलती पीढ़ी के साथ सामंजस्य किस प्रकार स्थापित करें कि उनके भविष्य एवं नैतिक मूल्यों का विकास हो सके, इसपर अपना अनुभव साझा किया. मौके पर कुछ दादा जी एवं नानाजी ने अपने विचार भी व्यक्त किए. जिनमें राधा कृष्ण विश्वकर्मा ने अपनी स्वरचित कविता का वाचन किया एवं सुरेंद्र नाथ ने विद्यालय को बच्चों का दूसरा घर बताते हुए शिक्षक-शिक्षिकाओं के योगदान को सराहा. वहीं शिवचंद्र मिश्र ने भी बच्चों एवं अभिभावकों में आ रहे अंतर को समझाया. कार्यक्रम के बीच-बीच में अभिभावकों के लिए मनोरंजक प्रतियोगिताएं भी हुई, जिनमें प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पाने वालों को विद्यालय की प्राचार्या के द्वारा उपहार देकर सम्मानित किया गया.
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