Berlin : यूरोप के जर्मनी में बाढ़ से त्राहिमाम मच गया है. भीषण बाढ़ ने इस खूबसूरत देश को तहत-नहस कर दिया है.. हर तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है. यूरोप में 125 से अधिक लोगों की मौत होने की खबर है. बाढ़ का ऐसा भयानक मंजर लोगों ने पहली बार देखा है. जानकारी के अनुसार अकेले जर्मनी में 1300 से अधिक लोग बह गये हैं. बाढ़ का फोर्स इतना अधिक था कि गाड़ियां पुलों से टकराकर टुकड़ों में बंटकर बह गयी.
My god. This is Germany today. pic.twitter.com/Wnf5pbBIYO
— Anthony Quintano Photography (@AnthonyQuintano) July 16, 2021
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राष्ट्रपति फ्रैंक वॉल्टर ने आपदा से प्रभावित लोगों की मदद का ऐलान किया
पश्चिमी काउंटी यूस्किरचेन के अधिकारियों के अनुसार इस में सब कुछ ठप हो गया है. इंटरनेट सेवाओं से लेकर आवागमन तक सब कुछ बंद है. सैकड़ों लोगों को रेस्क्यू करके सुरक्षित जगहों पर भेजे जाने की सूचना है. बाढ़ से पश्चिमी और मध्य जर्मनी के अलावा पड़ोसी देशों को भी नुकसान पहुंचा है.
जर्मनी के राष्ट्रपति फ्रैंक वॉल्टर ने आपदा से प्रभावित लोगों की मदद का ऐलान किया है. बेल्जियम में भी बाढ़ ने भारी तबाही मचाई. जर्मनी के पश्चिमी और दक्षिणी हिस्से बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं और यहां लगभग 70 लोग लापता बताये जाते हैं. लग्जमबर्ग व नीदरलैंड भी बाढ़ से प्रभावित हुए हैं.
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ऐसी बारिश पिछले 100 साल में नहीं देखी है
सीएनएन की एक रिपोर्ट के अनुसार जर्मनी की मौसम सेवा के प्रवक्ता एंड्रियास फ्राइडरिच ने कहा, कुछ इलाकों में हमने ऐसी बारिश पिछले 100 साल में नहीं देखी है. कुछ इलाकों में हमने दोगुने से अधिक बारिश देखी है जो बाढ़ का कारण बनी और दुर्भाग्य से कुछ इमारतें धराशायी हो गयी. फ्राइडरिच ने बताया कि भीषण बाढ़ से जर्मनी के नॉर्थ-राइन वेस्टफेलिया, राइनलैंड-पैलेटिनेट और सारलैंड सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं.
जर्मनी की प्रवक्ता एंजेला मर्केल के प्रवक्ता ने पीड़ितों के परिजनों के प्रति संवेदनाएं जताई हैं. मर्केल इस समय अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन से मिलने के लिए वाशिंगटन डीसी में हैं. माना जा रहा है कि 16 साल तक सत्ता में रहने के बाद चांसलर के पद से हटने से पहले यह उनकी अमेरिका की अंतिम यात्रा है.