Ranchi: अडाणी ग्रुप पर संकट के बीच अब अडाणी के बहुप्रतिक्षित गोड्डा पावर प्लांट पर संकट के बादल गहराने लगे हैं. प्लांट पूरी तरह तैयार है, मगर उत्पादन शुरू नहीं हो पाया है. अब तक घोषित तीन डेट फेल हो चुकी है. अब नयी तिथि 26 मार्च घोषित की गई है. बतातें चलें कि गोड्डा में अडाणी ने 800-800 मेगावाट की दो यूनिट का पावर प्लांट बनाया है. जिससे पहले चरण में 800 मेगावाट बिजली उत्पादन शुरू करके बंग्लादेश को दिया जाना था. इसमें करीब 150 मेगवाट बिजली झारखंड को मिलना था.
गोड्डा पावर प्लांट का फैक्ट फाइल
– जून 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बंग्लादेश का दौरा किया. साथ में अडाणी भी गए थे. तब बंग्लादेश के पीएम शेख हसीना ने अपने देश में बिजली संकट का मसला उठाया था. यहीं पर इस पावर प्लांट स्थापना की परिकल्पना शुरू हुई
– 11 अगस्त 2015 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बंग्लादेश की पीएम शेख हसीन के बीच अडाणी और बंग्लादेश बिजली बोर्ड के बीच करार हुआ.
– अप्रैल 2017 में बंग्लादेश की पीएम शेख हसीन के दिल्ली दौरे पर इस प्रोजेक्ट पर फाइनल मुहर लग गया.
– करार में तय हुआ कि अडाणी झारखंड के गोड्डा में 1600 मेगावाट का पावर प्लांट लगाएगा. जिसमें झारखंड को 25 प्रतिशत बिजली मिलने के साथ बाकी पूरी बिजली ट्रांसमिशन लाइन के जरिए बंग्लादेश पहुंचायी जाएगी. यह पूरा प्रोजेक्ट 15000 करोड़ का है.
– 2018 में इस प्रोजेक्ट पर गोड्डा में काम शुरू हुआ. जिसका जबरदस्त विरोध शुरू हुआ. विरोध की कमान पूर्व झाविमो विधायक प्रदीप यादव ने संभाला. उन्होंने लंबे समय तक आंदोलन किया. लाठी और गोलियां तक चली. इस मामले में प्रदीप यादव को जेल तक जाना पड़ा.
उत्पादन की डेट फेल
– अदानी ने दिसंबर 2021 में 800 मेगावाट की एक यूनिट शुरू करने का लक्ष्य रखा था, लेकिन शुरू नहीं हो सका.
– इसके बाद फिर प्लांट की पहली यूनिट 5 जनवरी 2022 से शुरू होनी थी, लेकिन उत्पादन शुरू नहीं हो सका.
– उत्पादन की तिथि बढ़ाकर 16 दिसंबर कर दिया गया, मगर यह भी फेल हो गया.
– इसके बाद 3 जनवरी 2023 को अडाणी पावर की ओर से ऑफिशियल स्टेटमेंट में नयी तिथि 26 मार्च 2023 से बतायी गई है. इस डेट से बिजली सप्लाई शुरू करने का दावा किया गया है, क्योंकि यह तिथि बांग्लादेश का स्वतंत्रता दिवस होता है. मगर 26 मार्च तक उत्पादन और सप्लाई शुरू हो पाएगा इसपर अब भी संदेह है.