Gudabanda : मध्यप्रदेश में छापेमारी कर नौकरी दिलाने का प्रलोभन देकर पूर्वी सिंहभूम जिले के गुड़ाबांदा थाना क्षेत्र की नाबालिग समेत पांच सबर लड़कियों को बेचने वाले गिरोह के एक और सदस्य को गुड़ाबांदा पुलिस ने गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी ओडिशा के म्यूरभंज जिला के झारपुखरिया थाना क्षेत्र के राउतरा गांव निवासी गोरा मोहन मोहंता उर्फ गोरा को पुलिस ने सोमवार को जेल भेज दिया. इस मामले के छह आरोपियों को पुलिस पूर्व में गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. बेची गई पाचों सबर लड़कियों को पुलिस ने बरामद कर लिया था. लड़कियां मध्य प्रदेश और राजस्थान से बरामद हुई थीं.
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नौकरी दिलाने के नाम पर बेचा था लड़कियों को
पुलिस के अनुसार गुड़ाबांदा के पहाड़पुर निवासी उपेंद्र सबर ने 5 जनवरी 2022 को शिकायत दर्ज कराई थी कि उसकी पुत्री और अन्य चार लड़कियों को गुड़ाबांदा के बालेश्वर मुंडा ने चूड़ी फैक्ट्री में नौकरी लगा देने का झांसा देकर बेच दिया है. शिकायत के बाद पुलिस ने बालेश्वर मुंडा को गिरफ्तार किया था. फिर उसकी निशानदेही पर पुलिस टीम मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिला गई. वहां महिला समेत तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार आरोपियों की निशानदेही पर सभी लड़कियों को बरामद किया गया था.
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छह लाख रुपए तक बेची गई थीं लड़कियां
पुलिस के अनुसार पांचों सबर लड़कियों को 90 हजार से छह लाख रुपये तक में मध्य प्रदेश और राजस्थान में बेचा गया था. पूर्व में गिरफ्तार आरोपित कुबेर सिंह ने एक सबर लड़की से शादी तक कर ली थी. गुड़ाबांदा का बालेश्वर मुंडा एजेंट था और उसके साथी पप्पू परिहार और मंटू गोस्वामी भी इस धंधे में शामिल थे. लड़कियों के बेचने पर पप्पू और मंटू गोस्वामी को कमीशन भी मिलता था. एक महिला मकड़ी राठौर द्वारा 90 हजार रुपये में एक लड़की खरीदने की बात सामने आई थी.