Gudbanda : नक्सल मुक्त गुड़ाबांदा प्रखंड की सिंहपुरा पंचायत में स्थित ज्वालकाटा मिलन बिथी प्लस टू उच्च विद्यालय विद्यालय के 500 विद्यार्थी पेयजल के लिए कुआं पर आश्रित हैं. बरसात के मौसम में छोटे-छोटे बच्चे अपनी जान जोखिम में डाल कर कुआं से पानी भरते देखे जाते हैं. ऐसा इसलिए है कि विद्यालय के पास टीआरडीएस के तहत स्थापित जलापूर्ति परियोजना का पांच माह से मोटर खराब है. विद्यालय परिसर में दो चापाकल हैं. परंतु उनसे लाल पानी निकलता है. यह पानी पीने योग्य नहीं है. ऐसे में बाध्य होकर विद्यालय के विद्यार्थी पास के कुआं से पेयजल लेते हैं. ऐसे में यहां कभी भी कोई अप्रिय घटना घट सकती है. जनप्रतिनिधि और सरकारी पदाधिकारी तमाशबीन बने हैं.
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मध्यान भोजन भी बनाया जा रहा कुआं के पानी से
इस विद्यालय में कक्षा एक से 12 वीं तक की पढ़ाई होती है और लगभग 500 विद्यार्थी हैं. पेयजल की उचित सुविधा नहीं होने के कारण विद्यार्थियों को बरसात में भी कुआं का पानी पीना पड़ रहा है. मध्यान भोजन भी कुआं के पानी से ही बनाया जाता है. विद्यालय के प्रधानाध्यापक सुखदेव राणा ने बताया कि पिछले पंचायत चुनाव में इस विद्यालय को कलस्टर बनाया गया था. इस दौरान टीआरडीएस के तहत स्थापित जलापूर्ति योजना का बहुत अधिक प्रयोग हुआ. उसके बाद से ही जलापूर्ति योजना बंद हो गई. उन्होंने बताया कि इस संबंध में बीआरसी और प्रखंड कार्यालय में कई बार लिखित आवेदन दिया गया. परंतु जलापूर्ति योजना की मरम्मत नहीं हो पाई और विद्यालय के विद्यार्थियों को कुआं का पानी पीना पड़ रहा है.
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