Patna: बिहार में 31 मार्च के बाद अतिथि शिक्षकों की सेवा समाप्त हो जाएगी. इसके बाद अतिथि शिक्षक बेरोजगार हो जाएंगे. बेरोजगार हो रहे शिक्षकों ने सरकार पर आरोप लगाया है कि उन्हें जरूरत के समय उपयोग करके छोड़ दिया गया. प्रदेश में जब शिक्षा का स्तर खराब था तो इन अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति की गई थी. वहीं जब शिक्षा का स्तर सुधरने लगा तो उन्हें हटाया जा रहा है.
कई अतिथि शिक्षकों का कहना है कि अब उनकी आयु 40 वर्ष से अधिक हो गई है. शिक्षा विभाग में कई साल सेवा देने के बाद अब उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है.
अतिथि शिक्षकों ने कहा कि सरकार बिना किसी कारण सेवामुक्त कर रही है. इनकी उम्र किसी नौकरी के लिए नहीं रही है. सरकार उन्हें सक्षमता परीक्षा में बैठने का मौका देकर समायोजित कर सकती थी. सरकारी स्कूलों में उन लोगों ने मेहनत करके शिक्षा के गुणवत्ता को सुधार और इंटरमीडिएट परीक्षा के रिजल्ट को बेहतर किया है. अब जब काम निकल गया तो उन्हें बेरोजगार किया जा रहा है.
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