Kiriburu / Gua : चक्रधरपुर रेल मंडल अन्तर्गत गुवा रेलवे स्टेशन पर कोयला चुनने वाली महिलाओं के घरों पर शनिवार सुबह 4 बजे से डोंगवापोसी से आई जीआरपी की टीम ने छापामारी अभियान चलाया. जीआरपी कोयला चुनने वाली महिलाओं के घरों में घुस-घुस कर बोरे में भरे कोयला को निकालकर ट्रकों में भरकर डांेगवापोसी ले गयी. इस छापामारी अभियान के विरोध में सभी कोयला चुनने वाली महिलाओं ने एकजुट हो शनिवार की सुबह 9 बजे गुवा रेलवे स्टेशन पर धरना दे दिया. महिलाओं ने कहा कि काफी वर्षों से रेलवे पटरी पर गिरे कोयला को चुनकर जलावन के रूप में इस्तेमाल कर खाना बनाने का कार्य करती आ रही हैं. परंतु सुबह 4 बजे डांेगवापोसी से जीआरपी की टीम आकर घर में सोई महिलाओं को उठाकर जबरदस्ती घर में रखे कोयले की बोरियों को निकालकर ट्रकों में लोड करने लगे. पूछे जाने पर इतना ही कहा कि छापामारी अभियान चलाया जा रहा है और इन सब कोयला से भरी बोरियों को डोंगवापोसी ले जाया जाएगा. जबकि डांेगवापोसी से आए जीआरपी ने इससे पहले कोई नोटिस नहीं दिया और जबरदस्ती घरों में घुसकर कोयला निकाल कर ले जाने का गैर कानूनी काम किया है.
रेलवे हमें कोई और काम दे दे, हम कोयला नहीं चुनेंगे
महिलाओं ने कहा कि हम कोयला चुनने वाली सभी महिलाएं रेलवे के बैगन से कभी भी चोरी नहीं करते हैं. सभी महिलाएं रेलवे ट्रैक पर गिरी कोयला को ही चुनकर अपने बच्चों का भरण पोषण करती हैं. जीआरपी के द्वारा ऐसा कार्य करना हमारी पेट पर लात मारने जैसा है. उन्होंने मांग की कि रेलवे उन्हें खाली बैगन से कोयला साफ करने अथवा कोई अन्य रोजगार से जोड़ दे तो हम ऐसा कोई कार्य नहीं करेंगे. लेकिन अगर रेलवे ऐसा नहीं करती है तो हम सभी लोगों के पास अब बच्चों का लालन-पालन आदि करने की समस्या आ जाएगी. स्टेशन परिसर पर तैनात जीआरपी के अधिकारी एके पांडेय ने महिलाओं को समझा-बुझाकर शांत किया एवं उन लोगों को आश्वासन दिया गया कि जल्द ही उनकी बातों को आला अधिकारी के संज्ञान में दिया जाएगा. जिसके बाद महिलाओं ने धरना समाप्त किया. आंदोलन करने वालों में विमला नाग, सुमन देवी, राजू देवी, शुरु जोंको, संजू देवी, धनेश्वरी देवी, कमला सोलंकी, लक्ष्मी देवी, सुष्मिता कांडियाग, अंजिला देवी, रूपा देवी, पिंकी रजक, जोंगा जेराई, मतारी जेराई, होलिका लोहार, बिजली लोहार सहित काफी संख्या में महिलाएं मौजूद थीं. उल्लेखनीय है कि जीआरपी का उक्त अभियान ओड़िशा के बांसपानी स्टेशन में हुई पिछले दिनों की घटना के मद्देनजर बताई जा रही है जिसमें आरपीएफ व ग्रामीण आमने सामने हो गए थे. इस मामले में एक ग्रामीण और उसके बाद हुए उपद्रव में एक आरपीएफ जवान की जान चली गई थी.