Garh Mukteshwar : सनातन धर्मावलंबियों का पर्व गंगा दशहरा आज बड़ी धूमधाम के साथ देश भर में मनाया जा रहा है. कई शहरो और राज्यों से श्रद्धालु तीर्थ नगरी गढ़मुक्तेश्वर के बृजघाट पहुंचे. मां गंगा में आस्था की डुबकी लगाकर अपने पूर्वजों की आत्मिक शांति एवं मोक्ष की प्रार्थना की. बता दें कि कोरोना संक्रमण की वजह से पिछले दो सालों से यहां मेले का आयोजन को रद्द कर दिया गया था, लेकिन अब दो साल बाद मेले में जबर्दस्त भीड़ उमड़ी है. श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है. लाखों की संख्या में श्रद्धालु गंगा स्नान करने के लिए पहुंचे हैं.
पौराणिक मान्यता के अनुसार भगीरथ की कठिन तपस्या के बाद ज्येष्ठ शुक्ल दशमी के हस्त नक्षत्र में मां गंगा धरती पर उतरी थीं. इस दिन को गंगा दशहरा के नाम से जाना जाता है. इसके जल के स्पगर्श से भगीरथ के पूर्वज श्राप से मुक्त हुए थे. कहा जाता है कि गढ़ गंगा में डुबकी लगाने वाले हरिद्वार से अधिक पुण्य के भागीदार बनते हैं. यहीं पर भगवान शिव के गणों को मुक्ति मिली थी. महाभारत के युद्ध के बाद पांडवों का व्यासकुल मन भी यहीं पर शांत हुआ.
इसे भी पढ़ें : दिल्ली विश्वविद्यालय, जेएनयू, जामिया विवि के लिए निराशाजनक खबर, QS World University Ranking में फिसले
सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम
गंगा दशहरा पर लगने वाले मेले की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी बड़े स्तर पर इंतजाम किये गये हैं. बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स, एनडीआरएफ की टीम, पीएसी बटालियन, डॉग स्क्वायड और बम निरोधक दस्ते को सुरक्षा के मद्देनजर तैनात किया गया है. सीसीटीवी से मेले की निगरानी की जा रही है. 11 स्थाई पार्किंग भी बनाई गयी हैं. वहीं राष्ट्रीय राजमार्ग 9 बृजघाट गंगा ब्रिज पर जाम की स्थिति से निपटने के लिए भारी वाहनों का रूट भी डायवर्ट किया गया है. जनपद हापुड़ मेरठ के शीर्ष अधिकारी हर स्थिति से निपटने के लिए मेले में होने वाली गतिविधियों पर भी अपनी नजर बनाए हुए हैं वहीं नगर पालिका गढ़मुक्तेश्वर की तरफ से बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए बैरिकेटिंग, चेंजिंग रूम, मोबाइल टॉयलेट व लाइट की व्यवस्था भी बड़े स्तर पर सुनिश्चित की गयी है.
इसे भी पढ़ें : NSA डोभाल ने ईरान को दिया भरोसा, दोषियों को सजा मिलेगी… हुसैन आमिर अब्दुल्लाहियन ने पैगंबर के प्रति सम्मान की भावना की तारीफ की