जिले के बालिका विद्यालयों की करीब 2000 छात्राओं के भोजन पर आफत
कस्तूरबा, झारखंड बालिका और नेताजी समेत डेढ़ दर्जन स्कूलों में खाद्य आपूर्ति का मामला
अप्रैल में हुआ टेंडर अब तक फाइनल नहीं, स्कूलों में जैसे-तैसे चल रही खाद्य सामग्रियों की खरीदारी
Amarnath Pathak
Hazaribagh : हजारीबाग में टेंडर पर दो शिक्षा पदाधिकारियों डीइओ और डीएसई में टकराव को लेकर जिच की स्थिति बनी हुई है. नतीजतन जिले के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों, झारखंड आवासीय विद्यालयों और नेताजी सुभाषचंद्र बोस विद्यालयों में खाद्य सामग्रियों की आपूर्ति नहीं हो पा रही है. यह मामला अप्रैल से चल रहा है. चार माह पूर्व ही टेंडर की प्रक्रिया शुरू की गई थी, जो अब तक फाइनल नहीं हो पाया है. स्कूलों में जैसे-तैसे कर खाद्य सामग्रियों की खरीदारी की जा रही है. ऐसे में संशय की स्थिति बनी हुई है और जिले के 18 बालिका विद्यालयों की करीब 2000 छात्राओं के भोजन पर आफत आ सकती है. हजारीबाग जिले में 10 कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय, छह झारखंड बालिका विद्यालय और दो नेताजी सुभाषचंद्र बोस विद्यालय हैं. इनमें 10 कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय और छह झारखंड बालिका विद्यालयों में 75-75 छात्राएं नामांकित हैं. वहीं दो नेताजी सुभाषचंद्र बोस विद्यालयों में एक में 110 और दूसरे में 200 से अधिक बच्चे हैं.
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टेंडर में ऐसे फंसा मामला, सचिव ने अध्यक्ष को लिखा पत्र
टेंडर के बाद जब उसे फाइनल करने के लिए डीइओ सह डीपीओ ने 25 जुलाई को पत्रांक-954 के तहत पत्र निकाला, तो उसमें कटकमसांडी, कटकमदाग, चुरचू और डाड़ी को निविदा के योग्य बताया. लेकिन कार्यादेश में मेसर्स मां कामख्या इंटरप्राइजेज हजारीबाग तीन प्रखंडों के लिए ही टेंडर को योग्य बताया गया. लेकिन मेसर्स सीता डेयरी फार्म हजारीबाग, मेसर्स आदित्य ट्रेडर्स कटकमदाग और मेसर्स विजय लक्ष्मी इंटरप्राइजेज रामगढ़ को कार्य आवंटित कर दिया गया. इसे डीएसई सह क्रय समिति के सचिव ने निविदा नियमावली का उल्लंघन बताया. साथ ही डीइओ सह क्रय समिति के अध्यक्ष को पत्र लिखकर इस पर विरोध दर्ज किया. इस मामले पर डीएसई ने लिखा है कि टेंडर प्रक्रिया में विभागीय आदेशों का अनुपालन नहीं किया गया. एजेंसी ने न किसी प्रकार की सिक्योरिटी मनी ली गई और न डिमांड ड्राफ्ट लिया गया. ऐसे में पुनर्निविदा आमंत्रित की जानी चाहिए.
सचिव को टेंडर प्रक्रिया आगे बढ़ाने की कही है बात : डीइओ
डीइओ उपेंद्र नारायण का कहना है कि उन्होंने डीएसई सह सचिव को टेंडर प्रक्रिया आगे बढ़ाने की बात कही है. कुछ का टेंडर हुआ है और कुछ का पूरा करना शेष है. जल्द ही उसे भी फाइनल कर लिया जाएगा.
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महज चार प्रखंडों में सिर्फ सब्जियों की आपूर्ति के लिए हुआ है टेंडर
जानकारी के मुताबिक महज चार प्रखंडों में सब्जियों की आपूर्ति के लिए टेंडर किया गया है. 12 प्रखंडों में टेंडर फाइनल करना शेष है. खाद्य आपूर्ति के लिए अभी किसी प्रखंड में टेंडर फाइनल नहीं किया गया है. ऐसे में यह मामला फिलहाल फंसा हुआ है. ऐसे में स्कूलों की वार्डेन संशय की स्थिति में हैं कि सितंबर में खाद्य सामग्रियों की आपूर्ति कैसे होगी. अब तक तो जैसे-तैसे खरीदारी कर छात्राओं के लिए भोजन सामग्री जुटाई जाती रही है. इधर टेंडर डालनेवाले आपूर्तिकर्ता भी परेशान हैं. चूंकि उन्होंने अप्रैल में सामग्रियों के मूल्य के अनुरुप टेंडर डाला था. लेकिन इन चार महीनों में सामान के दाम में बढ़ोतरी हुई है. ऐसे में अब टेंडर लेकर उलझने की स्थिति में एजेंसी के संचालक भी परेशान बताए जा रहे हैं.
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बरही में कलश यात्रा के साथ भगवती महायज्ञ का शुभारंभ
151 कन्याएं और महिलाओं ने कलश लेकर किया नगर भ्रमण
Barhi : बरही के मल्लाहटोली में मंगलवार से सावन माह के पावन अवसर पर भव्य कलश यात्रा के साथ मां भगवती मंदिर परिसर में एक दिवसीय श्री श्री भगवती महायज्ञ महोत्सव शुरू हो गया. देवी मंडप के प्रांगण से मुख्य यजमान कृष्णा माली एवं उनकी धर्म पत्नी पुष्पा देवी सहित 151 कन्याएं और महिलाओं ने कलश को लेकर श्रद्धा एवं भक्ति भाव से गाजे-बाजे व जागरण के साथ पंक्तिबद्ध होकर नगर भ्रमण किया. बरही सूर्य मंदिर स्थित बरही नदी से जल उठाया गया. श्रद्धालु झंडे पताका लिए जय माता दी, मां भगवती के जयकारे साथ उत्साहित दिखे तथा पूरा शहर भक्ति भाव से गुंजायमान रहा. महा आरती के बाद यज्ञ प्रारंभ किया गया. पूजा कमिटी के अगुवाई कर रहे मुख्य रूप से गणेश निषाद एवं राजू निषाद ने बताया कि पूजा-अर्चना के बाद कुंवारी कन्याओं को भोग लगाए जाएंगे. उसके बाद बुधवार को कलश विसर्जन के साथ यज्ञ की समाप्ति होगी. उसके बाद गुरुवार को मां भगवती का भिक्षाटन तथा शुक्रवार को मां भगवती का पूजन होगा. कलश यात्रा में उप मुखिया अजीत निषाद, सुरेंद्र निषाद, शिवा निषाद, रमेश निषाद, भोला माली, सुनील निषाद, अभिषेक निषाद, महेंद्र निषाद, अशोक निषाद, मोती निषाद, गुड्डू निषाद, रंजित निषाद, मुकेश निषाद, सतीश निषाद, अनिल पासवान, राजू माली, राजेश निषाद, ज्ञानी निषाद, गांगुली निषाद, राधा निषाद समेत काफी संख्या में श्रद्धालु महिला-पुरुष शामिल थे.