सीबीएसई क्लस्टर-3 बिहार-झारखंड फुटबॉल टूर्नामेंट के तीसरे दिन हुए 10 मैच
बीएसएस प्रणव चिल्ड्रेन वर्ल्ड सोनारी, विद्या भारती चिन्मया विद्यालय और संत जान्स स्कूल रांची भी सेफा में पहुंची
शुक्रवार को होगा सेमीफाइनल और फाइनल मैच, समापन समारोह में मुख्य अतिथि होंगे एसपी
Hazaribagh : संत जेवियर्स स्कूल हजारीबाग में चल रहे चार दिवसीय सीबीएसई कलस्टर-3 बिहार-झारखंड फुटबॉल टूर्नामेंट का समापन शुक्रवार को होगा. समापन समारोह में शुक्रवार को मुख्य अतिथि के रूप में हजारीबाग के पुलिस अधीक्षक मनोज रतन चोथे होंगे. इससे पहले मेजबान टीम संत जेवियर्स स्कूल हजारीबाग सेमीफाइनल में अपनी जगह बना चुकी है. गुरुवार को उसने द रामकृष्ण विवेकानंद विद्या मंदिर देवघर पेनाल्टी शूट में 3-2 गोल से पराजित कर दिया. खेले गए कुल 10 मैचों में राउंड-3 के विजेता टीमों में बीएसएस प्रणव चिल्ड्रेन वर्ल्ड सोनारी जमशेदपुर, संत माइकल पटना, श्री अयप्पा पब्लिक स्कूल बोकारो, सरला बिरला पब्लिक स्कूल, संत जान्स स्कूल रांची, संत जेवियर स्कूल हजारीबाग शामिल रहे. वहीं क्वार्टर फाइनल में बी एस एस प्रणव चिल्ड्रेन वर्ल्ड सोनारी, विद्या भारती चिन्मया विद्यालय, संत जान्स स्कूल रांची और संत जेवियर स्कूल हजारीबाग की टीम विजेता रही.
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रोमांचक मुकाबले में जीती संत माइकल रांची की टीम
इन चारों टीमों ने सेमीफाइनल में अपनी जगह बनाई. बीएसएस प्रणव तथा संत माइकल रांची के बीच हुए मैच में रोमांच तो भरपूर रहा, लेकिन हार जीत का फैसला नहीं हो पाया. अंत में पेनाल्टी शूट का सहारा लिया गया और बीएसएस प्रणव ने चिल्ड्रेन वर्ल्ड सोनारी जमशेदपुर को 5-3 से हराया. मेजबान टीम संत जेवियर ने भी श्री अयप्पा पब्लिक स्कूल को हराकर सेमीफाइनल मैच में अपना स्थान निश्चित करवाया.
दूसरी खबर
बिहारी बालिका उच्च विद्यालय में ऋतु कला संस्कार समारोह
माहवारी स्वच्छता प्रबंधन के तहत छात्राओं को किया गया जागरूक
Hazaribagh : बिहारी बालिका उच्च विद्यालय हजारीबाग में शुक्रवार को माहवारी स्वच्छता प्रबंधन के तहत विशेष कार्यक्रम ऋतु कला संस्कार समारोह का आयोजन इनरह्वील क्लब के सहयोग से किया गया. पहली बार मासिक होने वाली छात्राओं के सम्मान में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया. प्रभारी प्रधानाध्यापिका रूपा वर्मा ने बताया कि इस तरह का आयोजन दक्षिण भारत में किया जाता है. विद्यालय में इस तरह के आयोजन की शुरुआत पहली बार की गई है. अक्सर देखा जाता है कि पहली बार मासिक होने पर लड़कियां मानसिक रूप से विचलित हो जाती हैं. उन्हें लगता है कि कोई बीमारी तो नहीं हो गई है. छात्राएं बहुत बेचैन रहने लगती हैं. संकोचवश बेचैनी का जिक्र भी किसी से नहीं करती हैं. धानाध्यापिका ने कहा कि इस तरह समारोह का आयोजन किया जाएगा, तो लड़कियां मासिक को एक अच्छा संकेत मानेंगी और मानसिक रूप से परेशान नहीं होंगी. कार्यक्रम में विद्यालय परिवार के सभी शिक्षक जीतेंद्र कुमार, सादिक हुसैन, जया कुमारी, ममता कुमारी, कुमारी विनीता, सोनी कुमारी, शकुंतला कुमारी, अर्चना कुमारी एवं लिपिक मुकेश कुमार उपस्थित थे.
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