- कृषि से संबंधित तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला तीन नवंबर से
- नि:शुल्क पंजीकरण करा किसान, वैज्ञानिक, विद्यार्थी हो सकते हैं शामिल
Hazaribagh : कृषि के क्षेत्र में ड्रोन प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग को लेकर तीन से पांच नवंबर तक तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन तरबा-खरबा स्थित आईसेक्ट विश्वविद्यालय, हजारीबाग के मुख्य कैंपस सभागार में विश्वविद्यालय के कृषि विभाग एवं टेक्नोग्राउंड प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से किया जाएगा. इसे लेकर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. पीके नायक, कुलसचिव डॉ. मुनीष गोविंद, डीन एडमिन डॉ. एसआर रथ, कृषि विभाग डीन डॉ. अरविंद कुमार, सह प्राध्यापिका फरहीन सिद्दीकी व प्रिया कुमारी ने संयुक्त रूप से विवरणिका जारी की.
इस दौरान विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. मुनीष गोविंद ने कहा कि कृषि कार्यों में आधुनिक तकनीकों के जरिए उन्नत खेती की जानकारी अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाना इस कार्यशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है. उन्होंने कहा कि इस विवरणिका में कार्यशाला को लेकर विस्तृत जानकारी दी गई है. इसे विभिन्न शिक्षण संस्थानों, विभिन्न गांव के किसानों व अन्य लोगों तक पहुंचाया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक लोगों को इस कार्यशाला का लाभ मिल सके. डॉ. गोविंद ने बताया कि कृषि में ड्रोन के उपयोग से कृषि कार्य तो आसान हो ही जाता है, साथ ही सॉफ्टवेयर की मदद से दूर रहकर भी अन्य आधुनिक उपकरणों के सहारे उन्नत खेती पर ध्यान भी दिया जा सकता है. वहीं विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. पीके नायक ने कहा कि भारत एक कृषि प्रधान देश है, इस लिहाज से ऐसी कार्यशाला की अहमियत और अधिक बढ़ जाती है. कृषि विभाग के डीन डॉ. अरविंद कुमार ने कहा कि कम लागत में उन्नत कृषि कार्य न सिर्फ आज की जरूरत है, बल्कि समय की मांग भी है. उन्होंने बताया कि इस कार्यशाला में किसान, वैज्ञानिक, विद्यार्थी कोई भी आईसेक्ट विश्वविद्यालय की वेबसाइट www.aisectuniversityjgarkhand.ac.in पर जाकर ऑनलाइन या विश्वविद्यालय के कार्यालय में आकर ऑफलाइन नि:शुल्क पंजीकरण कराकर इस कार्यशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं.
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