Hazaribagh: एनएच-33 की ओर से अधिग्रहित जमीन को लेकर कुछ अलग ही गोरखधंधा चल रहा है. इस संबंध में पीड़ित पक्ष सदर प्रखंड की ओरिया निवासी रेखा कुमारी ने एसपी को आवेदन दिया है. साथ ही न्याय दिलाने की गुहार लगाई है. आवेदन में रेखा ने कहा है कि सदर प्रखंड के ओरिया में खाता-66, प्लॉट-3041, रकबा चार डिसमिल जमीन वंशावली में स्व. मेघराज साव के हिस्से की जमीन उनका है. साथ ही सवा चार डिसमिल जमीन बसंती देवी की खरीदारी है. उसे एनएच-33 में अधिग्रहित कर लिया गया.
कहा कि उसकी मुआवजा राशि एक लाख 65 हजार 286 रुपए उठा लेने और फिर साजिश के तहत उस राशि को वापस कर उनके हिस्से की जमीन हड़पने की कोशिश की जा रही है. मुआवजा राशि का भुगतान 2012 में हुआ था. बसंती देवी की मृत्यु के सात साल के बाद 2018 में मृतका के पुत्र सत्येंद्र साव और लालदेव साव राशि को यह कहते हुए भू-अर्जन को लौटा रहा कि भूलवश अनजाने में मुआवजा राशि ले ली थी. रेखा ने कहा है कि अब उनके हिस्से की जमीन पर कभी ट्रेंच खुदवाया जा रहा है तो कभी उनके ही गिराये ईंट से काम कराया जा रहा है. ऐसे में तनाव बढ़ रहा है. इसे लेकर खून-खराबे की आशंका जताई है.
क्या कहता है दूसरा पक्ष
दूसरे पक्ष के तेजनारायण साव ने बताया कि वर्षों से वह जमीन पर खेती करते आ रहे हैं. चार लोगों से जमीन खरीदी थी. अब फोरलेन में चला गया है. तो अब मेरी जमीन को अपना बता रहा है. इस मामले पर मुफस्सिल थाना प्रभारी मनोज कुमार आर्या कहते हैं कि उन पर लगाया गया आरोप बेबुनियाद है. जमीन के मामले में यह सब आरोप लगते ही रहते हैं. मामले की निष्पक्षता से जांच की जा रही है.
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