सुप्रीम कोर्ट की दो सदस्यीय टीम ने ट्रामा सेंटर की सुविधाओं का लिया जायजा
ट्रामा सेंटर के गैप को भरने के लिए की जा रही ऑडिट
शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दूसरी यूनिट का भी निरीक्षण, कर्मियों से ली विस्तृत जानकारी
Gaurav Prakash
Hazaribagh : सुप्रीम कोर्ट चाहती है कि ट्रामा सेंटर, परिवहन, स्वास्थ्य व पुलिस विभाग के बीच में जो गैप है उसे भरा जाए. खास कर दुर्घटना में घायल मरीजों को समुचित इलाज मिले, इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट चिंतित है. इसके लिए पहल तेज कर दी गई है. इसी उद्देश्य से सुप्रीम कोर्ट की दो सदस्यीय टीम ने सोमवार को शेख भिखारी शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल, हजारीबाग में ट्रामा इमरजेंसी रोगियों के इलाज की सुविधाओं का मूल्यांकन (आडिट) किया. यह रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को सौंपी जाएगी. सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल लोगों की जान बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट ट्रामा इमरजेंसी केंद्रों में इलाज की सुविधाओं का आडिट करा रहा है. सभी राज्यों की रिपोर्ट आने के बाद ट्रामा रोगियों के उपचार की सुविधाएं सुनिश्चित कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट दिशा-निर्देश जारी कर सकता है.
इसे भी पढ़ें :बिहार : कलश यात्रा पर गिरा बिजली तार, तीन मरे, पांच झुलसे
ट्रामा सेंटर और उससे जुड़ी सभी यूनिट की जांच की गई
गठित कमेटी में सुप्रीम कोर्ट के ऑडिटर डिप्टी डायरेक्टर किरण कुमार एक्का और स्टेट नोडल ऑफिसर ट्रॉमा सेंटर अनिल कुमार ने लगभग दो घंटे तक ट्रामा सेंटर और इससे जुड़ी सभी यूनिट की जांच की. अस्पताल निरीक्षण के दौरान स्टेट नोडल ऑफिसर अनिल कुमार ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने कमेटी बनाई है. इसमें परिवहन, स्वास्थ्य और पुलिस विभाग दुर्घटना होने के बाद कैसे सक्रिय होती है और मरीजों को मदद पहुंचाती है, इसकी जांच की जा रही है. साथ ही ट्रामा सेंटर में जो गैप है उसे कैसे भरा जाए, इसे लेकर यह निरीक्षण किया जा रहा है.
इसे भी पढ़ें :विभावि में करियर काउंसलिंग, विद्यार्थियों को UPSC में कामयाबी के दिये गए टिप्स
सुप्रीम कोर्ट की टीम ने 108 एंबुलेंस सेवा की भी ली जानकारी
टीम ने ट्रामा-इमरजेंसी के साइनेज, आईसीयू, जांच केंद्र, सिटी स्कैन, एक्स-रे, ईसीजी के अलावा 108 एंबुलेंस में देने वाली सुविधाओं समेत अन्य बिंदुओं की जांच की. 108 एंबुलेंस की सेवा और रजिस्टर मेंटेन की भी जानकारी कमेटी ने ली. सुप्रीम कोर्ट की टीम ने ट्रामा उपचार में लगे डॉक्टरों, पारा मेडिकल स्टाफ, ऑपरेशन थिएटर, जांच सुविधाओं से लेकर आइसीयू आदि की जानकारी ली. टीम को बताया गया कि अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किया जा रहा है. उसके बाद आईसीयू में मरीजों को दी जानेवाली सेवा की जानकारी दी गई. इस बाबत कमेटी के सदस्यों को आईसीयू यूनिट ले जाया गया. फिर टीम के अधिकारियों ने अल्ट्रासाउंड सेंटर में लगे उपकरण सिटी स्कैन, एक्स-रे, ईसीजी कैसे काम कर रहा है इसकी जानकारी भी ली. इस दौरान मेडिकल कॉलेज के सुपरिटेंडेंट डॉक्टर विनोद कुमार, सिविल सर्जन डॉक्टर एस के सिंह, डॉक्टर अभिषेक समेत कई वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे.
सुप्रीम कोर्ट की दो सदस्यीय टीम ने बरही अनुमंडलीय अस्पताल का भी निरीक्षण किया और वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया.