Hazaribagh : हजारीबाग के कटकमसांडी के बाझा में शुक्रवार को सरहुल जतरा का आयोजन किया गया. जिसमे खरवार भोक्ता और आदिवासियों की परंपरागत संस्कृति की झलक दिखी. कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि रामदेव सिंह भोक्ता, विशिष्ट अतिथि बालदेव गंझू, जिला परिषद सदस्य विजय सिंह भोक्ता, वर्तमान मुखिया धनेश्वरी देवी, पूर्व मुखिया लीलो सिंह भोक्ता, लखन सिंह गुप्ता, कुलदीप सिंह भोक्ता, कृष्ण सिंह भोक्ता और जलेश्वर सिंह भोक्ता ने संयुक्त रूप से पूजा-अर्चना की.
इस दौरान पूर्व मुखिया व समिति के अध्यक्ष लीलू सिंह भोक्ता ने कहा कि वो लोग हर साल सरहुल पूजा करते हैं. मान्यता है कि सरहुल पूजा करने से सखुआ के पुराने पत्ते झड़ जाते हैं और फिर नई पत्तियां आती हैं. पूर्वजों के समय से यह संस्कृति चल आ रही है. जिसमे महिला, पुरुष, बच्चे और बुजुर्ग सभी शामिल होते हैं और धूमधाम से इस परंपरा को निभाते हैं. वहीं रामदेव सिंह गुप्ता ने कहा कि भोक्ता समाज की परंपरा को आगे बढ़ाने का कार्य करेंगे. इस दौरान महिलाओं ने स्वागत गान गाकर अतिथियों का अभिवादन किया.
ये रहे मौजूद
मौके पर संतोष सिंह भोक्ता, महादेव सिंह भोक्ता, पूर्व पंचायत समिति सदस्य कुमारी बाखला, उमेश सिंह भोक्ता, नागेश्वर सिंह भोक्ता, कैलाश सिंह भोक्ता, मिथुन सिंह भोक्ता, राजेश सिंह भोक्ता, मुद्रिका सिंह भोक्ता, दिलचंद सिंह भोक्ता, उदय सिंह भोक्ता, राजू सिंह भोक्ता, कारू सिंह भोक्ता, संजीत कुमार भोक्ता, वकील सिंह भोक्ता समाज के कई लोग उपस्थित थे.
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