Gaurav Prakash
Hazaribagh : हजारीबाग नगर निगम इन दिनों अवैध निर्माण को लेकर बेहद सख्त है. प्रशिक्षु आईएएस सह सहायक नगर आयुक्त शताब्दी मजूमदार के नेतृत्व में इन दिनों नगर निगम क्षेत्र में बन रहे भवन अपार्टमेंट या फिर व्यावसायिक प्रतिष्ठान की गहन जांच की जा रही है. इसी क्रम में पिछले तीन दिनों से जांच के दौरान कई आदेश भी निर्गत किए गए हैं. हजारीबाग शहरी क्षेत्र के रिहायशी इलाकों में भी जांच-पड़ताल की जा रही है.
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डीप बोरिंग कराने वालों पर होगी कार्रवाई
हजारीबाग नगर निगम प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि कोई भी व्यक्ति बिना नक्शा पास किए हुए अगर भवन निर्माण करते हुए पकड़ा जाएगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. साथ ही अगर कोई अवैध रूप से डीप बोरिंग करेगा, तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई होगी. इसे लेकर नगर आयुक्त प्रेरणा दीक्षित ने भी आदेश जारी किया है.
नियम का करें पालन नहीं तो कार्रवाई- शताब्दी मजूमदार
नगर निगम प्रशासन चाहता है कि नगर व्यवस्थित रहे. इसे देखते हुए स्पेशल ड्राइव चलाया जा रहा है. प्रशिक्षु आईएएस सह सहायक नगर आयुक्त शताब्दी मजूमदार ने कहा कि कई ऐसे इलाके हैं, जहां भवन तो बना दिया गया है, लेकिन नियम को ताक पर रखकर निर्माण किया गया है. उन लोगों को हमेशा यह सूचना मिलती रहती है कि विभिन्न इलाकों में नियम विरुद्ध निर्माण का काम चल रहा है. ऐसे में उन इलाकों की जांच भी की जाती है. कई अपार्टमेंट एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को नोटिस देकर सील भी किया गया है और उनसे स्पष्टीकरण भी मांगा गया है.
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अग्निशमन विभाग से एनओसी अनिवार्य
आने वाले दिनों में नगर निगम प्रशासन की ओर से ऐसे प्रतिष्ठान जिन्होंने अग्निशमन विभाग से एनओसी नहीं लिया है, उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी. सहायक नगर आयुक्त का कहना है कि कई कोचिंग संस्थान ऐसे हैं, जहां बच्चों को एक कमरे में ही भर दिया जाता है. वहां न ही वेंटिलेटर की व्यवस्था है और न ही अग्निशमन की. अगर वैसे क्षेत्रों में कोई घटना घट गई, तो बड़ी समस्या हो सकती है. इसे देखते हुए अब हर एक प्रतिष्ठान को अग्निशमन विभाग से एनओसी लेना होगा और अपने प्रतिष्ठान में इमरजेंसी सुविधा रखनी होगी.