विधायक मद से 2.10 लाख की लागत से बनी थी सड़क, निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल
टूटने लगे सड़क के किनारे, ढलाई के उपर दिख रही गिट्टी
अब तक एक लाख 85 हजार रुपये का हो चुका है भुगतान
Suraj Sinha
Chauparaan: चौपारण प्रखंड मुख्यालय से सटे रईस कॉलोनी में पुष्पा देवी के घर से उमेश गुप्ता के घर तक 250 फीट पीसीसी पथ निर्माण की स्वीकृति मिली और 30 अक्तूबर को सड़क का निर्माण पूर्ण भी हो गया. दो लाख 10 हजार की प्राक्कलित राशि से पीसीसी सड़क बनने के बाद एक लाख 85 हजार रुपये का भुगतान भी हो चुका है, जबकि शेष 25 हजार रुपये के भुगतान के लिए बिल वाउचर जिला मुख्यालय में दे दिया गया है. लेकिन, आश्चर्य की बात है कि पीसीसी पथ बनन के 20 दिन बाद ही ढलाई में दरार आने लगी है. किनारे से सड़क टूटने भी लगी है. निर्माण कार्य की गुणवत्ता की अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि नवनिर्मित सड़क की ढलाई में लगी गिट्टी उपर दिखने लगी है. इसे लेकर रईस कॉलोनी के लोग निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठा रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि वर्षों से लंबित पीसीसी पथ निर्माण की मांग को स्वीकृति मिलने के बाद सड़क का निर्माण हुआ. लेकिन, नवनिर्मित पीसीसी पथ पर ग्रामीण ठीक से चले भी नहीं हैं कि सड़क में दरार आने के साथ जगह-जगह से टूटने भी लगी है.
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क्या कहते हैं विभाग के कनीय अभियंता
इस संबंध में कनीय अभियंता अभिषेक कुमार झा से पूछने पर बताया कि स्थल पर जाकर देख लेंगे. अब सवाल उठता है कि विभागीय कार्य कनीय अभियंता के नाम से ही पूर्ण किया गया है. ऐसे में कनीय अभियंता ने निर्माण स्थल पर रह कर पीसीसी पथ का कार्य करवाया होगा. लेकिन, उनके बयान से ऐसा प्रतहत होता है कि कनीय अभियंता सह ठेकेदार की अनुपस्थिति में बिचौलिए के माध्यम से कार्य करवाया गया है. नतीजतन, निर्माण तिथि के 20 दिन बाद ही पीसीसी पथ टूटना शुरू हो गया है.
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