keredari केरेडारी के 133 परियोजना प्रभावित परिवार के सदस्यों को 7.5 करोड़ की प्रीमियम वार्षिक पॉलिसी कराई गई. वार्षिक वृत्त पॉलिसी कार्यक्रम परियोजना प्रमुख प्रभारी फैज तैय्यब एवं केरेडारी परियोजना प्रमुख शिव प्रसाद के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया. इस अवसर पर उपस्थित परियोजना के महाप्रबंधक फैज तैय्यब ने कहा कि रैयतों, स्थानीय लोगों जनप्रतिनिधियों व प्रशासन ने केरेडारी परियोजना के निर्माण के लिए जिस प्रकार का सहयोग दिया है, वह आगे भी मिलता रहेगा. किसी भी परियोजना की स्थापना में स्थानीय हितधारकों का योगदान महत्वपूर्ण होता है. इस अवसर पर महाप्रबंधक शिव प्रसाद ने कहा कि परियोजना का निर्माण समय सीमा में करने के लिए भू-विस्थापितों के हितों का ध्यान रखना परियोजना की प्राथमिकता में आता है. उन्होंने बताया कि एनटीपीसी कोयला खनन परियोजनाओं में भू-विस्थापित परिवार की कुल अधिग्रहित रैयती भूमि का भुगतान प्राप्त कर लेने की स्थिति में वार्षिक वृत्ति पॉलिसी सौंपी जाती है. इसमें एक एकड़ या अधिक अधिग्रहित रैयती भूमि के लिए 36,000 रुपए प्रति एकड़ प्रति वर्ष 30 साल तक दिए जाएंगे.
इसे भी पढ़ें-धनबाद : नन्हे हत्याकांड में गवाह पेश करने का आदेश
प्रति दो वर्ष में 1000 रुपए की बढ़ोतरी की जाएगी
इस राशि में प्रति दो वर्ष में 1000 रुपए की बढ़ोतरी की जाएगी. अगर किसी रैयत की एक एकड़ से कम भूमि के अधिग्रहण की स्थति में 30,000 रुपए प्रतिवर्ष 30 साल के लिए दिए जाएंगे. इसमें प्रति दो वर्ष में 750 रुपए की बढ़ोतरी की जाएगी. इस समारोह में पांडू मुखिया सकिबा खातून एवं पंचायत समिति सदस्य खतिजा खातून में सराहनीय भूमिका निभाई. इस आयोजन में बेंगवारी मुखिया प्रतिनिधि बजरंगी प्रजापति एवं मनातू मुखिया प्रतिनिधि लाल बिहारी गंझू ने कार्यक्रम में योगदान दिया. मौके पर परियोजना के विभिन्न विभागों से अपर-महाप्रबंधक एस.पी गुप्ता, वरिष्ठ प्रबंधक मुकेश साहु, उप प्रबंधक श्याम कुमार शर्मा, अधिकारी रूपेश साहु, निशित कुमार, सोनल अनुराग, अभय कुमार, अल्का पांडा, मंच संचालनकर्ता उप-प्रबंधक श्याम कुमार शर्मा आदि मौजूद थे.
दूसरी खबर
महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए लाह-चूड़ी बनाने का मिलेगा प्रशिक्षण
एनटीपीसी की पकरी बरवाडीह कोयला परियोजना की ओर से पहल शुरू
लाह हस्त शिल्प स्वावलंबी सहकारी समिति लिमिटेड, रांची की देखरेख में चलेगी ट्रेनिंग
Hazaribagh : एनटीपीसी की बड़कागांव पकरी बरवाडीह कोयला परियोजना ने ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए लाह-चूड़ी बनाने का प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए एक नई पहल की गई है. विशेषज्ञ प्रशिक्षकों की देखरेख में लाह-चूड़ी निर्माण का एक माह का प्रशिक्षण लाह हस्त शिल्प स्वावलंबी सहकारी समिति लिमिटेड रांची की देखरेख में दिया जाएगा. इस प्रशिक्षण में परियोजना से सटे कई गांव की महिलाएं भाग ले रही हैं. इनमें सिकरी, सिंदवारी, डाड़ीकला, पकरी बरवाडीह, जुगरा और री-सेटलमेंट कॉलोनी गांवों की लगभग 36 ग्रामीण महिलाएं शामिल हैं. लाह-चूड़ी निर्माण प्रशिक्षण कार्यक्रम का औपचारिक उद्घाटन जागृति महिला संघ की अध्यक्ष ज्योति जलोटा ने किया. उन्होंने मौके पर प्रतिभागियों के साथ बातचीत की और प्रशिक्षण के महत्व और इसके पूरा होने तक भाग लेने की आवश्यकता को ग्रामीण महिलाओं को समझाया. जलोटा ने कहा कि यह प्रशिक्षण उनके वैकल्पिक आय के स्रोत में अहम भूमिका निभाएगी.
इसे भी पढ़ें-जमशेदपुर : तीसरे दिन सुंदरनगर पहुंची मानकी मुंडा अधिकार पदयात्रा