-मां दुर्गा की महिमा से मिट रहा राग-द्वेष और संताप
-शहर के दो दर्जन से अधिक दुर्गा मंदिरों और पूजा पंडालों में दर्शन को उमड़े श्रद्धालु
-नवमी को कुंवारी कन्याओं के भोजन और दशमी को रावण वध की तैयारी
Amarnath Pathak
Hazaribagh : कोरोना के कारण दो वर्षों के विघ्न के बाद इस वर्ष दशहरा में श्रद्धालु कहीं भक्त जागरण, तो कहीं ढोल-ढाक का आनंद उठा रहे हैं. माता के मनोहारी रूप पर भक्तों की नजरें मंद-मंद पड़ रही हैं और उस सौभाग्य पल को आशीर्वाद के रूप में खुद को समाहित कर रहे हैं.
या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता
या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता, नमस्तस्यै, नमस्तस्यै, नमस्तस्यै नमो नम:… दुर्गा सप्तशती के मंत्रोच्चार के साथ माता के पहले स्वरूप शैलपुत्री की आराधना संग शुरू हुआ शारदीय नवरात्र अब समापन की ओर बढ़ रहा है. पूरा हजारीबाग दुर्गोत्सव में डूब गया है. सोमवार को अपराह्न 3.36 बजे संधि बलि के साथ माता के आठवें स्वरूप महागौरी की आराधना विधिवत संपन्न हो गई. बंगाली दुर्गा में छाग की बलि दी गई, तो बिहारी दुर्गा स्थान में ईख और भथुए का चढ़ावा चढ़ाया गया. जहां जैसे रिवाज, वहां परंपरा निभाई गई. माता की महिमा, महाआरती और शंख ध्वनि से ऐसा लग रहा है, जैसे सारे राग-द्वेष और संताप मिट रहे हैं.
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दुर्गा पंडालों में उमड़ी भीड़
बिहारी दुर्गा, रवींद्र पथ एकपटिया, बंगाली दुर्गा, बड़ा बाजार, कोर्रा, बुढ़वा महोदव, जिला परिषद चौक स्थित ब्रह्मदेव स्थान, देवांगना, मटवारी, सदानंद मार्ग, आनंदपुरी, लाखे, रामनगर, ओकनी, देवी मंडप रोड, नवाबगंज, नुरा, डीवीसी कॉलोनी समेत शहर के दो दर्जन से अधिक और जिलेभर में मां दुर्गे की आराधना परवान पर है. श्रद्धालुओं के पांव स्वत: दुर्गा पंडालों की ओर बढ़ चले हैं. सुबह-शाम माता की महाआरती से माहौल पावन हो गया है.
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नवमी को कन्या पूजन
इसके साथ ही बाजार में भी चहल-पहल बढ़ गई. बॉडम बाजार, इंद्रपुरी चौक, झंडा चौक, मटवारी, कोर्रा आदि में मेले सज गए हैं. महिला, पुरुष, बच्चे, युवा, बुजुर्ग सभी माता के विविध स्वरूपों का दर्शन कर निहाल हैं. कई श्रद्धालुओं ने घरों में भी नवरात्र का पाठ रखा है. इस दौरान फलाहार पर श्रद्धालु नौ दिनों तक माता के नौ स्वरूप की पूजा-अर्चना कर रहे हैं. मंगलवार की मंगल बेला में नवमी को कुंवारी कन्याओं के भोजन और दशमी को रावण वध व दहन की तैयारी विभिन्न पूजा समितियों की ओर से की गई है. बीच-बीच में बारिश पूजा में खलल डाल रही है, फिर भी श्रद्धालुओं की आस्था मौसम पर भारी दिख रही है.