Amarnath Pathak
Hazaribagh: हजारीबाग समेत राज्यभर के विद्यालयों की सूरत बदलेगी और शिक्षा व्यवस्था भी संवरेगी. इसके लिए पहल तेज कर दी गई है. सरकार के इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए छुट्टी के दिन संडे को भी हजारीबाग शिक्षा विभाग के अफसर और कर्मी सरकारी दफ्तरों में काम पर डटे दिखे. दरअसल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव स्तर से राज्यभर के प्राथमिक शिक्षकों और विद्यालयों का आंकड़ा जुटाया जा रहा है.
शिक्षा विभाग के पोर्टल में सभी को फीड किए जाने की बात कही जा रही है. फिर राज्यस्तर से ही जिलावार शिक्षकों के तबादले की भी बात सामने आ रही है. इस संबंध में हजारीबाग के जिला शिक्षा अधीक्षक संतोष गुप्ता ने बताया कि सरकार ने स्कूल और शिक्षकों से संबंधित पूरी रिपोर्ट मांगी है. हजारीबाग जिले के स्कूलों को पांच जोन में बांटा गया है. वन, टू और थ्री जोन के शिक्षकों का तबादला फोर और फाइव जोन में करने की बात चल रही है. आगे सचिव स्तर से आदेश और मार्गदर्शन पर सबकुछ निर्भर करता है. दरअसल स्कूलों में छात्र-शिक्षक अनुपात में यह तबादला अनिवार्य है, ताकि कक्षा एक से आठ तक के बच्चों की पढ़ाई प्रभावित नहीं हो.
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फिलहाल कहीं बच्चे कम और शिक्षक उस अनुपात में अधिक हैं. कहीं शिक्षक कम और बच्चे अधिक हैं. ऐसे में जरूरत के अनुसार छात्र की संख्या के अनुसार शिक्षकों की भरपाई करनी है. ऐसे में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित नहीं होगी. बताया जा रहा है कि कंफोर्ट जोन माने-जाने वाले वन, टू और थ्री जोन के वैसे शिक्षक जो छह साल से एक ही विद्यालय में जमे हुए हैं, उन्हें सुदूरवर्ती एरिया के स्कूलों फोर्थ और फिफ्थ जोन में भेजे जाने की तैयारी है. मामला जो भी हो, लेकिन नौनिहालों के भविष्य को देखते हुए शैक्षणिक दृष्टिकोण से यह महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
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